लखनऊ : मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 12 सितम्बर को पूरे देशभर में नीट परीक्षा हुई. इसका रिजल्ट भी जारी कर दिया गया. मगर, मामला कोर्ट में होने से काउंसलिंग अभी फंसी है. इस बीच नए सत्र में दाखिले को लेकर यूपी में छात्रों की फीस पर बड़ा फैसला लिया गया. यूपी के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में शुल्क बढ़ोतरी कर दी गई है. इसमें एमबीबीएस की एक साल की फीस 40 हजार से लेकर एक लाख तक बढ़ाई गई है. ऐसे में यूपी में अब एमबीबीएस करना और महंगा हो गया. अभिभावकों को अब ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी.
एक साल के लिए तय हुई फीस
फीस बढ़ोतरी को लेकर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक, वित्त अधिकारी की कमेटी बनाई गई थी. कमेटी ने फिलहाल एक साल की फीस तय किया है. अगले वर्ष यही फीस रहेगी, या और बढ़ेगी, यह फैसला आगामी सत्र में ही होगा. संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. बीडी सिंह के मुताबिक निजी कॉलेजों में नई फीस का आदेश जारी कर दिया गया.
![यूपी में MBBS की पढ़ाई महंगी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-luc-02-medic-7209922_18122021115006_1812f_1639808406_331.jpg)
मेडिकल कॉलेज | फीस (2020-2021) | फीस (2021-2022) |
राममूर्ति | 12, 72,000 | 13, 73,760 |
स्कूल ऑफ साइंस | 11,79,000 | 12,69,319 |
सुभारती | 11, 31,000 | 11,85,133 |
हिंद बाराबंकी | 11,30,000 | 11,70,612 |
मुजफ्फर नगर कॉलेज | 12,31,000 | 12,80,037 |
सरस्वती इंस्टीट्यूट | 11,05,000 | 11,81,671 |
यूपी में यूजी कोर्स की कितनी हैं सीटें
- गत वर्ष 22 सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2,928 एमबीबीएस सीटें थीं.
- अब 31 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल 3,828 एमबीबीएस सीटें हुईं.
- 29 प्राइवेट हैं, इसमें चार माइनॉरिटी मेडिकल कॉलेज। 4,159 एमबीबीएस सीटें.
- 01 सरकारी कॉलेज में बीडीएस की 70 सीटें हैं.
- 22 प्राइवेट कॉलेज में बीडीएस की 2200 सीटें हैं.
यूपी में पीजी कोर्स की कितनी सीटें
- 11 सरकारी , एक ट्रस्ट के मेडिकल कॉलेज में होती है पीजी कोर्स की पढ़ाई.
- 19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में होती है पीजी कोर्स की पढ़ाई.
- एमडी-एमएस, पीजी डिप्लोमा की 1027 सरकारी सीटों पर है होता है प्रवेश.
- प्राइवेट में 1064 एमडी-एमएस व पीजी डिप्लोमा सीटों पर होता है प्रवेश.
- प्रदेश में 177 सुपर स्पेशयलिटी कोर्स (डीएम-एमसीएच) की सीटें.