लखनऊ: 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती सक्रियता से संगठन की मजबूती पर ध्यान दे रही हैं. एक तरफ जहां आज बसपा में पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन किया. वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मायावती ने संगठन से जुड़े अलग-अलग कमेटियों के प्रमुख लोगों से बातचीत की और बैठक में संगठन की मजबूती के टिप्स दिए.
भाईचारा कमेटियों की मजबूती पर मायावती का फोकस
बसपा सुप्रीमो मायावती ने संगठन और कैडर से जुड़े बूथ स्तर के लोगों को सक्रिय करने के निर्देश दिए और कहा कि भाईचारा कमेटियों की मजबूती ही बसपा को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने वाली साबित होगी. ऐसी दशा में सबको सक्रियता के साथ संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए, जिससे 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा मजबूती के साथ सत्ता की कुर्सी पर काबिज हो सके.
बसपा दूसरों से अलग पार्टी
मायावती ने पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में अपने संबोधन में कहा कि हमें संगठन को हर स्तर पर मजबूत करना है और विपक्षी दलों की साजिश से सजग भी रहना है. उन्होंने कहा कि किस-किस पार्टी को कितना कितना चंदा मिलता है, इससे संबंधित खबरें लगातार मीडिया के माध्यम से मिलती रही हैं. बसपा एक अलग पार्टी है और धन्ना सेठों, बड़े-बड़े पूंजी पतियों के धन बल और उनके इशारों पर चलने वाली गुलाम मानसिकता वाली पार्टी बिल्कुल भी नहीं है. बहुजन समाज पार्टी सर्व समाज के गरीब, शोषित, दलित और अन्य उपेक्षित लोगों के हक और न्याय के लिए संघर्ष करने वाली पार्टी है.
कैडर आधारित पार्टी है बसपा
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी कैडर पर आधारित है और इसीलिए पार्टी की जमीनी तैयारियां और इसकी मजबूती के लिए छोटी-छोटी कैडर वाली बैठकों का सिलसिला हर हाल में मिशन की भावना के तहत जारी रखना है. उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर अपने कैडर को मजबूत रखना है और इसी कैडर के सहारे विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करनी है.
जमीनी स्तर पर संगठन करना है मजबूत
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बैठक में कहा कि जमीनी स्तर पर पार्टी संगठन की मजबूती बूथ स्तर तक करनी है. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के लोगों को भाईचारा कमेटियों की बैठक और कैडर से जुड़े लोगों के सहारे ही आगे बढ़ना है. मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सर्व समाज की हितैषी पार्टी है और सभी शासनकाल के दौरान तमाम उल्लेखनीय काम किए हैं.