लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार का विधानसभा सत्र आज से शुरू होना है. इसको लेकर तमाम तैयारियां की गई हैं. इसी क्रम में विधानसभा में कोरोना का प्रसार न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग भी कमर कस चुका है. विधानसभा सत्र के दौरान आने वाले विधायकों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके और वायरस के संक्रमण के प्रभाव को कम किया जा सके, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तमाम तैयारियां की गई हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र कोरोना काल के 5 महीने बीत जाने के बाद शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बीते 5 महीने से विधानसभा का सत्र नहीं हो सका, लेकिन अब प्रदेश सरकार का सत्र 20 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी किलेबंदी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने आ रहे सभी विधायकों का कोरोना टेस्ट कराने का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग ने उठाया है.
राजधानी लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से 5 टीमें तैनात की गई हैं. इस अभियान के तहत यह टीमें विधानसभा सत्र में शामिल होने आ रहे सभी विधायकों का कोरोना टेस्ट करेंगी. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीमें बुधवार को लखनऊ के उन सभी क्षेत्रों में गईं जहां पर विधायकों के आवास हैं. अभी तक हुए विधायकों के कोरोना वायरस टेस्ट में एक एमएलसी, 3 विधायक और एक मंत्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इन लोगों में बलिया से विधायक धनंजय कनौजिया, अमरोहा से एमएलसी परवेज अली, दादरी से विधायक तेजपाल नागर, अम्बेडकर नगर से विधायक संजू यादव, मंत्री उदय भान सिंह शामिल हैं. इसके अलावा स्वास्थ विभाग की सभी टीमें भी लगातार अपनी जांच प्रक्रिया पर जोर दे रही हैं.