लखनऊ : कोरोना का नाम सुनते ही लोगों की रूह कांप जा रही है. हर रोज सैकड़ों लोगों की जान जा रही है. कोरोना से जान गवांने वालों में यूपी के नेताओं की भी बड़ी संख्या है. योगी सरकार के दो कैबिनेट मंत्री, एक दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री, पूर्व सांसद समेत कई पार्षदों की जिंदगियां इस महामारी ने लील लिया है.
कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण और चेतन चौहान हार चुके जंग
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों का कोरोना संक्रमण से ही निधन हो चुका है. योगी सरकार की कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई थी. कमल रानी वरुण यूपी की तकनीकी शिक्षा मंत्री थीं. वह कानपुर देहात से विधायक चुनी गईं थी. इससे पहले वह सांसद भी थीं. उनके बाद क्रिकेटर से नेता बने कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान भी कोरोना के कारण अपनी जान गवां बैठे. चेतन चौहान को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा था क्योंकि वायरस के चलते उनकी किडनी में समस्या आ गई थी. अंततः वह कोरोना से जंग हार गए.
पूर्व सांसद श्याम बिहारी मिश्र का निधन कोरोना की दूसरी लहर भी ऐसे कद्दावर नेताओं की जिंदगियां छीन रहा है. व्यापारी नेता और भाजपा के वरिष्ठ नेता, चार बार सांसद रहे श्याम बिहारी मिश्रा का भी कोरोना से निधन हो गया. कद्दावर नेताओं में सुमार श्याम बिहारी मिश्र का कोरोना संक्रमण के चलते गत 20 अप्रैल को निधन हो गया. वहीं श्याम बिहारी मिश्र के भतीजे व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हनुमान मिश्र का भी लखनऊ के पीजीआई में निधन हो गया. एक ही परिवार से दो लोगों का जाना परिजनों पर पहाड़ टूटने जैसा ही है.
श्यामाचरण गुप्ता का भी कोरोना से मौत
पूर्व सांसद श्यामाचरण गुप्ता की भी कोरोना से मौत हो गई. प्रयागराज के प्रतिष्ठित कारोबारी, पूर्व सांसद और पूर्व नगर प्रमुख श्यामाचरण गुप्ता का गत 9 अप्रैल की रात दिल्ली के निजी अस्पताल में निधन हो गया. कोरोना संक्रमित श्यामाचरण को बेहतर इलाज के लिए नई दिल्ली ले जाया गया था. वहां भी उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था लेकिन वह जिंदगी की जंग हार गए.
पूर्व सांसद राणा भी कोरोना के शिकार
सहारनपुर के 67 वर्षीय पूर्व सांसद जगदीश राणा भी कोरोना का शिकार हो गए. पूर्व सांसद राणा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. इसी दौरान उनकी कोरोना जांच कराई गई तो जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जगदीश राणा को उपचार के लिए दिल्ली ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. राणा बहुजन समाज पार्टी छोड़कर 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे.
यूपी के कई नेताओं की कोरोना से मौत
पिछले साल अपनों का साथ छोड़ गए पूर्व उप महापौर अभय सेठ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पहले और आखिरी उपमहापौर अभय सेठ भी कोरोना से जिंदगी की जंग हार चुके हैं. पिछले साल जुलाई में उनका निधन हुआ था. कोरोना संक्रमित भाजपा नेता को पीजीआई में भर्ती कराया गया था, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वह 10 साल तक लखनऊ नगर निगम सदन के सदस्य रहे. वहीं लखनऊ बीजेपी के मंडल अध्यक्ष अतुल अग्रवाल का पिछले दिनों कोरोना संक्रमण से निधन हुआ है.
वायरस ने इन नेताओं की जिंदगियां भी छीनी
भाजपा के वरिष्ठ नेता पांचवीं बार पार्षद रहे रमेश कपूर बाबा का भी कोरोना से निधन हो गया. भाजपा के ही इंदिरानगर वार्ड से युवा पार्षद वीरेंद्र जसवानी 'वीरू' का भी कोरोना संक्रमण के चलते निधन हुआ था. अभी कुछ दिनों पहले की बात करें तो लखनऊ नगर निगम के ओम नगर वार्ड से कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद राजेंद्र सिंह गप्पू का भी कोरोना से निधन हो गया. पिछले साल जुलाई में ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और बस्ती नगर पालिका की अध्यक्ष रूपम मिश्रा के पति पुष्कर मिश्र का निधन हो गया था. पुष्कर मिश्रा किडनी का इलाज करा रहे थे, लेकिन कोरोना की जांच कराने पर रिपोर्ट उनकी पॉजिटिव आई थी. भारतीय जनता पार्टी के बहराइच जिले के वरिष्ठ नेता मनोज मिश्रा का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया. वह भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रहे हैं.
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हर दिन संक्रमितों की संख्या पहुंची 30 हजार के पार
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में 24 घण्टे में करीब 30 हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं. इसमें से सूबे की राजधानी लखनऊ की बात करें तो अकेले इसी शहर में करीब पांच हजार लोग हर दिन कोरोना वायरस की चपेट आ रहे हैं. अच्छी बात यह है कि पिछले 24 घंटे में 16000 से अधिक लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं.