लखनऊ: पर्यावरण को हरा-भरा करने और प्रदूषण कम करने को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में 25 करोड़ पौधे रोपने का बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है. उत्तर प्रदेश में इसको लेकर तमाम तरह की तैयारियां तेज कर दी गई हैं. वन विभाग सहित उत्तर प्रदेश के तमाम विभागों के सहयोग से पौधे रोपने के काम को लेकर तमाम तरह की तैयारियां को अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा है. खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में किए गए पौधरोपण से हरियाली बढ़ाने की मुहिम लगातार तेज हुई है. उत्तर प्रदेश में पिछले आठ वर्षों में किए गए अब तक करीब 63 करोड़ से अधिक पौधे रोपने के चलते प्रदेश में फॉरेस्ट कवर भी बढ़ा है, जो पर्यावरण को बेहतर करने और प्रदूषण को कम करने के लिए बड़ी बात है.
पौधे रोपने के लिए हो रही तैयारियां
उत्तर प्रदेश में इस साल सिर्फ 1 दिन में 25 करोड़ पौधारोपण करने और जुलाई महीने में 30 करोड़ पौधारोपण का बड़ा लक्ष्य राज्य सरकार ने निर्धारित किया है. पिछले साल उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 22 करोड़ पौधे एक दिन में ही रोप कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था. उत्तर प्रदेश में जुलाई के प्रथम सप्ताह में पौधारोपण करने से पहले इसको लेकर तमाम तरह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. पौधे रोपने के लिए गड्ढों की खुदाई का काम किया जा रहा है. नर्सरी से पौधों को गड्ढा स्थल तक पहुंचाने और खुदाई के साथ-साथ जैविक खाद की व्यवस्था भी लगातार की जा रही है.
खाली पड़ी जमीनों में हो रहा गड्ढा खुदाई का काम
उत्तर प्रदेश के वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार गर्ग की मॉनिटरिंग में यह पूरा काम किया जा रहा है. 25 करोड़ पौधे रोपने के काम में औषधीय पौधे, फलदार व छायादार पौधे लगाए जाने हैं. इसके साथ ही धार्मिक मान्यताओं से जुड़े पौधे भी लगाने हैं. लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के तमाम अन्य शहरों में पौधारोपण के लिए तैयारियां तेजी से हो रही हैं. इसके लिए गड्ढा खोदने सहित अन्य काम किए जा रहे हैं. राजधानी लखनऊ के पार्कों में और खाली पड़ी जमीनों में गड्ढा खुदाई का काम किया गया है. इसके अलावा नर्सरी में भी काम हो रहा है और नर्सरी से पौधों को गड्ढों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना सहित अन्य नदियों के किनारे भी पौधारोपण कराए जाने को लेकर सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारी की है.
पौधारोपण से हर तरफ दिख रही हरियाली
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार से पहले समाजवादी पार्टी की सरकार या उससे पहले बहुजन समाज पार्टी की सरकार के समय भी पौधारोपण को लेकर बड़े स्तर पर अभियान चलाए गए थे. जो पौधे उस समय लगाए गए वह धीरे-धीरे वृक्ष का रूप ले चुके हैं. लगातार हो रहे पौधारोपण से हर तरफ हरियाली दिख रही है. मुख्य रूप से पार्कों में और अन्य खाली पड़ी जमीनों में जंगल विकसित हो रहा है, हर तरफ हरियाली नजर आती है. यही कारण है कि पिछले कुछ वर्षों में सरकारों की तरफ से कराए गए पौधारोपण से फॉरेस्ट कवर यानी वनावरण बढ़ा है, जो अपने आप में भविष्य के लिए पर्यावरण के लिहाज से शुभ संकेत माना जा रहा है. लगातार हो रहे पौधरोपण से जब वनावरण में वृद्धि होगी तो प्रदूषण का स्तर भी कुछ कम होगा.
यूपी में पिछले आठ साल में लगे 63 करोड़ पौधे
वर्ष | पौधों की संख्या |
2012 | 4,10,50,523 |
2013 | 4,90,82,413 |
2014 | 6,00,21,680 |
2015 | 4,35,61,837 |
2016 | 5,75,39,922 |
2017 | 5,00,00,000 |
2018 | 11,00,00,000 |
2019 | 22,00,00,000 |
पौधारोपण वर्ष 2020 के लिए हम लोगों को टारगेट दिया गया है. औषधीय पौधे तुलसी, गिलोय, लेमन ग्रास सहित अन्य तरह के पौधे नर्सरी में तैयार किए गए हैं. नगर निगम उद्यान विभाग के स्तर पर पौधे नर्सरी में तैयार कर रहे हैं. इसके अलावा प्लांटेशन के लिए गड्ढा खुदाई का काम भी किया गया है. अमरूद, आम, जामुन, शहतूत सहित अन्य पौधे भी हम लोगों को उपलब्ध कराए गए हैं और यह सब पार्को में रोपने का काम कराया जाएगा. इसके लिए विभाग की तरफ से जैविक खाद और मिट्टी मिली है.
- उमेश चंद्र, प्रभारी माली, उद्यान नगर निगम
1 से 7 जुलाई के मध्य किसी एक दिन जो मुख्यमंत्री की तरफ से तारीख बताई जाएगी, प्रदेश में एक साथ 25 करोड़ पौधे रोपने काम किया जाएगा. यह भी निर्देश दिए गए हैं कि पूरे जुलाई माह के अंतर्गत 30 करोड़ पौधे उत्तर प्रदेश के अंदर रोपित किए जाएंगे.पौधारोपण के लिए जहां तक बजट की बात है तो अभी हमने सवा 200 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है और हमारा अपना आकलन है कि करीब 300 से 350 करोड रुपए खर्चा आने की संभावना है.
- डॉ. राजीव कुमार गर्ग, प्रधान, मुख्य वन संरक्षक