लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गई हैं. राजधानी लखनऊ में कुल 6 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षाएं कराई जा रही है. वहीं मदरसा बोर्ड की ओर से परीक्षाओं को लेकर किये गए दावे कई जगहों पर कोरे ही साबित हो रहे हैं.
यूपी बोर्ड की तर्ज पर मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी और सभी सहूलियत देने की बात कही गई थी, लेकिन परीक्षा देने वाले कमरों में कहीं सीसीटीवी नहीं लगा दिखा. छात्र और छात्राओं ने जमीन पर बैठकर ही परीक्षाएं दिए.
परीक्षा केंद्रों पर देखी गई खामियां
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की मंगलवार से शुरू हुई परीक्षाएं 5 मार्च तक चलने वाली है. सरकार और अधिकारियों की ओर से परीक्षाओं को लेकर कई दावे किए गए थे, लेकिन पुराने लखनऊ में बने मदरसा जामिया इस्लामिया मखंजूल उलूम में परीक्षा के पहले ही दिन खामियां नजर आई.
परीक्षा देने के लिए दूर-दूर से छात्र पहुंचे थे. इन छात्रों के बैठने के लिए फर्नीचर नदारद रहा और 15 कमरों में से सिर्फ 3 कमरों में ही सीसीटीवी कैमरा लगा पाया गया. ऐसे में नकलविहीन और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराए जाने वाली परीक्षाओं का दावा खोखला साबित होता नजर आया.
मदरसा परीक्षा देकर निकले छात्रों के चेहरे पर दिखी खुशी
यूपी मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं के पहले दिन सुबह की पाली में मुंशी/मौलवी की दिनियात विषय की परीक्षा सम्पन्न हुई. परीक्षा देकर निकले छात्र प्रश्नपत्र से संतुष्ट नजर आए और ज्यादातर छात्र-छात्राओं ने तय समय से पहले ही अपनी परीक्षाएं सम्पन्न कर ली. हालांकि कई छात्रों को अलॉट हुए नम्बर को लेकर थोड़ी परेशानियां भी सामने आई. छात्रों का कहना था कि रोल नम्बर एक अरब से शुरू किया गया है, जिसको भरने में छात्रों को कठनाई आ रही है.
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