लखनऊ. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीसीएस) की ओर से बुधवार को सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2021 का परिणाम जारी कर दिया गया है. इस परिणाम में शहर के कई होनहारों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. मेधावियों ने अपनी तैयारियों को लेकर अनुभव भी साझा किए.
तीसरे प्रयास में हासिल की सफलता : यूपीपीसीएस (UPPCS) में अदनान खान का चयन एक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर हुआ है. अदनान खान ने बताया कि वे प्रतिदिन सात से आठ घंटे पढ़ाई करते थे. तीसरे प्रयास में पीसीएस परीक्षा में सफलता मिली है. साथ ही अदनान यूपीएससी की भी लगातार तैयारी कर रहे हैं. अदनान का मुख्य लक्ष्य यूपीएससी में चयन होना है. अदनान के पिता अफताब अहमद की राशन की दुकान हैं और माता नजमा गृहिणी हैं.
अभिभावकों की प्रेरणा ने बनाया पीसीएस अधिकारी : यूपीपीसीएस (UPPCS) में निशा सागर विश्वकर्मा का चयन खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) के पद पर हुआ है. निशा ने बताया कि उन्होंने यह लक्ष्य अपने पति और मायके व ससुराल के अभिभावकों की प्रेरणा से हासिल किया है. निशा महात्मा गांधी चित्रकूट विवि से एमएससी जियोलॉजी से गोल्ड मेडलिस्ट हैं. निशा ने यह सफलता दूसरे प्रयास में हासिल की है. निशा के पति डॉ. नीरज कुमार विश्वकर्मा ट्रिपल आईटी, लखनऊ के मैनेजमेंट स्टडीज में विभागाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं.
नौकरी के साथ सामंजस्य बनाकर पाया लक्ष्य : यूपीपीसीएस में पूनम यादव का चयन जिला गन्ना अधिकारी के पद पर हुआ है. फिलहाल पूनम यादव लखनऊ में ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. इस पद पर पूनम का चयन 2016 में हुआ था. पूनम यादव ने नौकरी के साथ सामंजस्य बनाकर लक्ष्य हासिल किया. पूनम यादव के पति मोहित यादव एसआईआरडी में कार्यरत है.
स्वयं पढ़ाई कर हासिल की सफलता : यूपीपीसीएस में जूही प्रसाद का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है. जूही ने बताया कि वह 2018 में एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद पीसीएस की तैयारी में जुट गई. जूही ने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की है. इसके लिए जूही ने कोई कोचिंग नहीं, बल्कि स्वयं पढ़ाई कर सफलता पायी है. पहले जूही ने एनसीईआरटी की किताबों से तैयारी की. इसके बाद लिखने का लगातार अभ्यास किया. जूही के पिता एसएस प्रसाद यूपीपीसीएल से चीफ इंजीनियर पद से सेवानिवृत्त हैं और माता कविता प्रसाद गृहिणी हैं.
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