लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इनके पास से सचिवालय के कई फर्जी नियुक्ति पत्र, कूटरचित आदेश पत्र, अभ्यर्थियों की मार्कशीट और इण्ट्री रजिस्टर्ड बरामद किया गया है. जालसाज बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाने के लिए उनसे सचिवालय के बाहर मुलाकात करते थे. फर्जी नियुक्ति पत्र देकर बेरोजगार युवकों को अपना शिकार बनाते थे. उत्तर प्रदेश के सचिवालय में फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने के मामले में यूपी एसटीएफ ने दोनों लोगों को गिरफ्तार किया है.
रविवार को दबिश के दौरान गिरोह के सरगना देवेश मिश्रा और जालसाज विनीत मिश्र को लखनऊ टीम ने इंदिरा नगर की अरविंदो पार्क से दबोचा. पकड़े गए अभियुक्तों में गिरोह का सरगना और उसका एक साथी शामिल है. पूछताछ में उन्होंने बताया है कि उनके गिरोह के सदस्य जगह-जगह फैले हुए हैं. वह बेरोजगार युवकों को अपना शिकार बनाते थे. यूपी एसटीएफ ने अपने प्रेस नोट में बताया कि जालसाज युवकों को सचिवालय और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी का झांसा देते थे. युवकों से लाखों रुपये वसूल करते थे और फर्जी नियुक्ति पत्र देते थे.
सचिवालय के पास युवकों से होती थी मुलाकात
यूपी एसटीएफ ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया है कि जालसाज अपने शिकार को अपने जाल में फंसाने के लिए उन्हें सचिवालय के बाहर बुलाते थे. इससे बेरोजगारों को ठगी करने वालों पर विश्वास हो जाता था. फिलहाल आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था के बीच फर्जी तरीके से घुसने के मामले सामने आते रहे हैं. बीते शुक्रवार को सचिवालय में फर्जी तरीके से घुसने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है.