लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) का शुक्रवार को 102वां स्थापना दिवस समारोह (Foundation Day Celebrations) मनाया जाएगा. इसमें उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय (Higher Education Minister Yogendra Upadhyay) बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. मालवीय सभागार में होने वाला कार्यक्रम शाम पांच बजे शुरू होगा.
समारोह की पूर्व संध्या पर कुलपति आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Alok Kumar Rai) ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि 2 वर्ष पूर्व शताब्दी वर्ष में सम्पन्न हुए स्थापना दिवस समारोह को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वविद्यालय को वर्चुअल संबोधित किया था. कुलपति ने बताया कि नैक मू्ल्यांकन में ए डबल प्लस ग्रेड हासिल होने के बाद विश्वविद्यालय का यह पहला स्थापना दिवस होगा. उन्होंने बताया कि विशिष्ट पूर्व छात्र अपने विचार रखेंगे.
समारोह में विश्वविद्यालय के ही पूर्व छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural programme) पेश किया जाएगा. मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह (Special Guest Transport Minister Dayashankar Singh) सहित वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर मौजूद रहेंगे. इस दौरान ये विशिष्ट पूर्व छात्र जस्टिस रितुराज अवस्थी (Justice Rituraj Awasthi), चेयरमैन, राष्ट्रीय विधि आयोग, शशि प्रकाश गोयल, अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री, मनु कुमार श्रीवास्तव, आईएएस, अनिल भारद्वाज, वैज्ञानिक, जयंती प्रसाद, आईएएस, आशुतोष शुक्ल, वरिष्ठ पत्रकार को सम्मानित किया जाएगा.
जवान होता गया लविवि : यूं तो कहा जाता है कि व्यक्ति की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, वैसे-वैसे उसका शरीर ढलता जाता है, लेकिन उसके पास जीवन के अनुभव की बड़ी पिटारी होती है. यह पिटारी केवल जीवन के अनुभव से मिलती है. इसके इतर लखनऊ विश्वविद्यालय की ज्यों-ज्यों उम्र बढ़ रही है, वैसे-वैसे जवान होता जा रहा है. विश्वविद्यालय की स्थापना काल से देखा जाए तो अब उसकी उपलब्धियों और बढ़ते संसाधनों के चलते नित्य नयी ऊचाईयां छूता जा रहा है. विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 1867 में हुई थी, लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय अधिनियम, 1920 को, 1 नवंबर को उपराज्यपाल की सहमति प्राप्त हुई और 25 नवंबर 1920 को गवर्नर-जनरल ने की. इसी दिन को लखनऊ विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस माना गया.
अब विश्वविद्यालय 102 वर्ष का हो रहा है, लेकिन बीते सालों की उपलब्धियों की बात की जाए तो अब विश्वविद्यालय में सात संकाय से संबद्ध 59 विभाग संचालित किए जा रहे हैं. विश्वविद्यालय को नैक से ए प्लस प्लस ग्रेड (The university has got A+ plus grade from NAAC.) मिला है जोकि प्रदेश में पाने वाला पहला विश्वविद्यालय है. यह मात्र एक ग्रेड नहीं बल्कि विश्वविद्यालय की बुलंदियों के लिए नया द्वार खुल गया है. बीते 102 वर्षों में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को शब्दों में बयां करना मुश्किल ही नहीं न मुमकिन है. इस विश्वविद्यालय अब कई बड़े राजनेता से लेकर प्रशासनिक अधिकारी, न्यायधीश दिए हैं. साथ ही यहां के पढ़े छात्र देश-प्रदेश हीं नहीं बल्कि अपनी काबिलियत का डंका विदेशों में बजा रहे हैं.