लखनऊ: यूजीसी ने मंगलवार को NEP 2020 की कार्यान्वयन योजना तैयार करने को गठित राष्ट्रीय स्तर के विशेष समूह के सदस्य के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को नियुक्त किया है. विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रो. राय ने लखनऊ विश्वविद्यालय में केवल 9 महीने के वर्तमान कार्यकाल में ऐसे कार्यक्रमों और योजनाओं की शुरुआत की है, जो पूरी तरह से छात्रों के मानसिक, शैक्षणिक और यहां तक कि उनके डिग्री उपरांत कल्याण पर केंद्रित है.
प्रोफेसर राय ने छात्रों की बुद्धि के समग्र विकास के साथ-साथ उनके भावनात्मक उन्नयन को ध्यान में रखते हुए NEP का उत्साहपूर्ण स्वागत किया है. लखनऊ विश्वविद्यालय ने इसके कार्यान्वयन की तरफ कदम भी बढ़ा दिए हैं. गत अगस्त महीने में प्रोफेसर राय उन चुने हुए वक्ताओं में से एक थे, जिन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत परिवर्तनकारी सुधारों पर चर्चा करने के उद्देश्य से बुलाई गई पहली कांक्लेव में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चर्चा की थी.
इस सम्मेलन में देश भर के कुलपतियों, शिक्षाविदों, विद्वानों और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया था. प्रधानमंत्री के संबोधन के कुछ समय बात प्रोफेसर राय को NEP पर अपनी टिप्पणी के साथ सम्मेलन को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था. प्रो. आलोक कुमार राय ने एक शब्द' LIFES' के माध्यम से नई शिक्षा नीति को संक्षेप में प्रस्तुत किया था.
प्रो. राय ने NEP का मतलब बताया
L- लाइफ कोचिंग
I- इंडियन शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण
F- फ्लैक्सिबिलिटी
E- एम्पलाईेबिलिटी जेनरेशन
S- स्ट्रक्चरल चेंज इन एजुकेशन सिस्टम