लखनऊ: मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक संपन्न हुई. कार्यपरिषद की बैठक के दौरान आधारभूत संरचनाओं के रखरखाव व उपयोग संबंधी नीति को पास किया गया. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इसके पहले भी विश्वविद्यालय के व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय अपने दोनों परिसरों में शिक्षण, सीखने और अनुसंधान कार्यक्रमों को गति देता रहा है. उन्होंने कहा कि निर्माण विभाग की जिम्मेदारी होती है कि वह सभी भौतिक सुविधाओं के नियमित रखरखाव परिसर के विकास और परिषद संबंधी किसी भी आकस्मिक सुविधाओं का निवारण करने के लिए तत्पर रहें.
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने कार्य आदेश प्रणाली और भौतिक सुविधाओं की देखरेख के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के पास एक व्यापक कार्य आदेश प्रणाली होगी. जिसमें सभी कार्य अनुरोध की जानकारी शामिल होगी. जिसमें कार्य का स्रोत, कार्य का विवरण, प्राथमिकता, लागत और पूरा करने में कितने दिन लगेंगे. इसका ब्यौरा विश्वविद्यालय केे रखरखाव, सेवाओं के वितरण के लिए योजना के साथ-साथ प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए यह जानकारी रखनी होगी.
वहीं उन्होंने भौतिक सुविधाओं की देखरेख के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के दोनों परिसरों में भौतिक सुविधाओं का निर्माण और रखरखाव निर्माण विभाग अपने सक्षम सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के साथ करेगा. कैंपस में प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन की सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी, निर्माण विभाग के सदस्यों की एक टीम के साथ इमारतों, कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, फर्नीचर, कैंपस, ग्राउंड, खेल सुविधाओं ,स्टाफ लाउंज, छात्रों के मनोरंजन क्षेत्र, कैफेटेरिया, और हॉस्टलों के रखरखाव और स्वच्छता की निगरानी करते रहेंंगे.
लखनऊ यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद ने पास की आधारभूत संरचनाओं की उपयोग नीति - लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में आधारभूत संरचनाओं के रख-रखाव व उपयोग संबंधी नीति को पास किया गया. इससे विश्वविद्यालय में व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ शिक्षण, नई तकनीकों को सीखने और अनुसंधान सम्बन्धित कार्यक्रमों को गति मिलेगी.
लखनऊ: मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक संपन्न हुई. कार्यपरिषद की बैठक के दौरान आधारभूत संरचनाओं के रखरखाव व उपयोग संबंधी नीति को पास किया गया. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इसके पहले भी विश्वविद्यालय के व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय अपने दोनों परिसरों में शिक्षण, सीखने और अनुसंधान कार्यक्रमों को गति देता रहा है. उन्होंने कहा कि निर्माण विभाग की जिम्मेदारी होती है कि वह सभी भौतिक सुविधाओं के नियमित रखरखाव परिसर के विकास और परिषद संबंधी किसी भी आकस्मिक सुविधाओं का निवारण करने के लिए तत्पर रहें.
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने कार्य आदेश प्रणाली और भौतिक सुविधाओं की देखरेख के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के पास एक व्यापक कार्य आदेश प्रणाली होगी. जिसमें सभी कार्य अनुरोध की जानकारी शामिल होगी. जिसमें कार्य का स्रोत, कार्य का विवरण, प्राथमिकता, लागत और पूरा करने में कितने दिन लगेंगे. इसका ब्यौरा विश्वविद्यालय केे रखरखाव, सेवाओं के वितरण के लिए योजना के साथ-साथ प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए यह जानकारी रखनी होगी.
वहीं उन्होंने भौतिक सुविधाओं की देखरेख के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के दोनों परिसरों में भौतिक सुविधाओं का निर्माण और रखरखाव निर्माण विभाग अपने सक्षम सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के साथ करेगा. कैंपस में प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन की सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी, निर्माण विभाग के सदस्यों की एक टीम के साथ इमारतों, कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, फर्नीचर, कैंपस, ग्राउंड, खेल सुविधाओं ,स्टाफ लाउंज, छात्रों के मनोरंजन क्षेत्र, कैफेटेरिया, और हॉस्टलों के रखरखाव और स्वच्छता की निगरानी करते रहेंंगे.