लखनऊ. लखनऊ विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी की शुक्रवार को अचानक मौत हो गई. वह परीक्षा से जुड़े कार्य के लिए एक कॉलेज गए थे. इसी बीच दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. अचानक हुए इस हादसे ने पूरे विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों को हिलाकर रख दिया है. साथ ही कर्मचारियों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठ रहे हैं.
शुक्रवार को विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारी महेंद्र कन्नौजिया आदर्श सतेंद्र महाविद्यालय गए थे. वह पहली पाली की उत्तरपुस्तिकाएं लेने और दूसरी पाली की परीक्षा के प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने गए थे. करीब डेढ़ बजे के आस-पास उन्होंने कॉलेज में प्रश्न पत्र रिसीव कराए और शौचालय चले गए.
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काफी देर तक उनके न आने पर तलाश शुरू की गई. वह शौचालय में बेहोश पड़े मिले. कॉलेज से उन्हें निकट के चरक हॉस्पिटल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. कर्मचारी नेता रिंकू राय ने बताया कि महेंद्र कन्नौजिया विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत थे. 2000 में उन्हें नियमित किया गया था. इससे पहले वह डेली वेजेज पर कार्य कर रहे थे.
यह सवाल खड़े किए गए
इस दुर्घटना को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कर्मचारी नेता रिंकू राय कहना है कि परीक्षा विभाग के कर्मचारियों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन सैतेला रवैया अपना रहा है. कर्मचारियों के आने का समय निर्धारित है लेकिन जाने का नहीं है. रात के 8-8 बज जाते हैं. इतना ही नहीं, पेपर लाने और ले जाने के दौरान कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था भी कोई नहीं है. उन्होंने बताया कि बीते दिनों भी परीक्षा कार्य कराने कॉलेज गए कर्मचारी के साथ बड़ा हादसा हो गया था.
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