लखनऊ: नेशनल फैमिली हेल्थ के पांचवे सर्वे में भारत में कुपोषण से ग्रसित 100 जिले चिह्नित किए हैं. इनमें 15 जिले उत्तर प्रदेश के हैं. इसके लिए लखनऊ विश्वविद्यालय कुपोषण की समस्याओं से ग्रसित महिलाओं और बच्चों पर बेसलाइन सर्वे करेगा. नीति आयोग ने विश्वविद्यालय की सांख्यिकी विभाग को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत यह प्रोजेक्ट दिया है.
कराया जाएगा बेसलाइन सर्वे
सांख्यिकी विभाग की प्रोफेसर और प्रोजेक्ट की कोऑर्डिनेटर शीला मिश्रा ने बताया कि कुपोषण की समस्या से ग्रसित महिलाओं और बच्चों के सर्वे में सहयोग के लिए विभाग और नागपुर की संस्था राम भाऊ महाल्गी प्रबोधिनी के साथ बीते दिनों एमओयू हो चुका है.
अब विभाग ने प्रदेश के 15 जिलों में हाउसहोल्ड मैपिंग और सूची बनाना शुरू कर दिया है. इसमें प्रोजेक्ट फेलो और रिसर्च स्कॉलर सहयोग करेंगे. नीति आयोग के माध्यम से चलाए जा रहे पोषण जन अभियान के लिए बेसलाइन सर्वे कराया जाएगा.