लखनऊ : आरोप है कि STF के इंस्पेक्टर ने पैसे के लेनदेन को लेकर एक निजी बैंककर्मी की बेरहमी से पिटाई कर दी. बैंककर्मी की डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के एक डॉक्टर से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था. मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह आरोप बेहद गंभीर है. इस मामले की जांच की जानी चाहिए और दोषी पर कार्रवाई हो.
पूर्व IPS ने लगाए गंभीर आरोप
पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने एसटीएफ लखनऊ के इंस्पेक्टर प्रमोद वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि इंस्पेक्टर प्रमोद ने एचडीएफसी कर्मी वरुण श्रीवास्तव से गैरकानूनी ढंग से मारपीट की है, जो किसी दृष्टि से उचित नहीं है. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए.
'RML के डॉक्टर से था विवाद'
डीजीपी यूपी तथा अन्य को भेजे अपनी शिकायत में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वरुण श्रीवास्तव के अनुसार उनका आरएमएल अस्पताल, गोमतीनगर के डॉ सुव्रत चंद्रा से पैसे के लेनदेन का विवाद है. डॉक्टर सुब्रत के इशारे पर इंस्पेक्टर प्रमोद ने उनके साथ मारपीट की.
'ऑफिस बुलाकर धमका रहा था STF इंस्पेक्टर'
इस मामले में आरोप है कि एसटीएफ के अफसर पिछले 1 माह से बैंककर्मी को आये दिन एसटीएफ कार्यालय में बुलाकर धमका रहे थे. कई बार और उसके साथ अभद्रता और मारपीट भी की. तीन दिन पहले उनको मारापीटा गया था. वरुण इससे बहुत डरा हुआ है तथा अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं.
गैर कानूनी है STF का कृत्य
अमिताभ ने कहा कि यदि वरुण श्रीवास्तव द्वारा लगाये गए आरोप सही हैं तो एसटीएफ के अफसरों का यह कृत्य पूरी तरह गैर-कानूनी व अधिकारों का खुला दुरुपयोग है. उन्होंने कहा कि एसटीएफ अफसरों के मनमानी की शिकायतें हमेशा आती रहती हैं. अतः उन्होंने वरुण श्रीवास्तव की शिकायत की जांच एसटीएफ से बाहर के किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराये जाने तथा एसटीएफ द्वारा निजी मामलों में अनाधिकृत हस्तक्षेप नहीं करने की मांग की है.