लखनऊ : कानपुर में शस्त्र लाइसेंस जारी करने के मामलों में नियमों की जमकर अनदेखी की गई. वहीं इस पूरे मामले में जब जांच कराई गई तो पांच हजार से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस फर्जी पाए गए. अब इस पूरे मामले पर अब शासन ने एसआईटी से जांच कराने का फैसला लिया है. आज एसआईटी की टीम एसपी देव रंजन के नेतृत्व में जांच के लिए कानपुर जाएगी.
दरअसल कानपुर में बिकरु कांड के बाद विकास दुबे और उसके करीबियों को जिस तरीके से शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए थे, उस पर एसआईटी ने भी सवाल खड़े किए थे. क्योंकि इतने अपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद आखिर कैसे शस्त्र लाइसेंस जारी हो गया. अब एसआईटी की जांच में शस्त्र लाइसेंस को जारी करने वाले अधिकारी भी फंस सकते हैं.
पांच हजार से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस की होगी जांच
शस्त्र लाइसेंस को लेकर एसआईटी ने अपनी जांच में इस पर सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद जिले के 40 हजार से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस की जांच प्रशासन के द्वारा की गई. इसमें पांच हजार लाइसेंस फर्जी पाए गए. अब इतने बड़े पैमाने पर शस्त्र लाइसेंस को जारी करने में हुई धांधली की जांच शासन ने एसआईटी को सौंप दी है. वहीं एसपी देव रंजन के नेतृत्व में एसआईटी ने जांच टीम गठित की गई है. आज जांच टीम कानपुर पहुंचकर इस मामले में आरोपी अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी.