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सड़क पर दौड़ती रोडवेज बस की स्टेयरिंग हुई जाम, चालक का पैर हुआ फ्रैक्चर - रोडवेज बसों के स्पेयर पार्ट

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाओं में स्पयेर पार्ट्स की कमी का खामियजान चालकों और यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है. अनफिट बसें सड़क पर उतारने से रोजना हादसे हो रहे हैं, लेकिन कोई अधिकारी सबक लेने को तैयार नहीं है.

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Published : Mar 31, 2023, 3:50 PM IST

Updated : Mar 31, 2023, 6:22 PM IST

सड़क पर दौड़ती रोडवेज बस की स्टेयरिंग हुई जाम, चालक का पैर हुआ फ्रैक्चर.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाएं स्पेयर पार्ट्स की कमी से जूझ रही हैं. पार्ट्स न मिलने के चलते बसों की मेंटेनेंस नहीं हो पा रही है. ऐसे में मजबूरन वर्कशॉप से बसों को फिट किए बिना ही रूट पर भेजा जा रहा है. जिससे बसें दुर्घटना का शिकार हो रही हैं. बस चालक की तरफ से कार्यशाला के जिम्मेदारों को बस में किस तरह की खराबी है उसकी पूरी जानकारी भी दी जाती है, लेकिन जब स्पेयर पार्ट्स ही नहीं है तो मरम्मत हो भी तो कैसे? चारबाग डिपो की ऐसी ही एक बस की स्टीयरिंग फेल हो गई. जिससे कई यात्रियों को चोटें आईं और चालक का पैर फ्रैक्चर हो गया. बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है.



चारबाग डिपो की बस संख्या यूपी 33 एटी 2824 से यात्रियों को लेकर गोरखपुर रूट से लखनऊ के लिए रवाना हुई थी. विक्रमजोत के पास बस की स्टीयरिंग जाम हो गई और हादसा हो गया. बस गन्ने से लदी ट्राली से टकरा गई. जिससे कई यात्री चोटिल हो गए. वहीं बस के अंदर ही लोहे का पार्ट्स चालक के पैर में घुस गया जिससे वह लहूलुहान हो गया. चालक विजय शंकर तिवारी ने बताया कि पिछले काफी दिनों से इस बस को चलाने वाले चालक वर्कशॉप में स्टीयरिंग जाम होने की शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई की ही नहीं जा रही थी. चारबाग डिपो के डिफेक्ट रजिस्टर पर बाकायदा दर्ज भी कराया गया है कि स्टीयरिंग जाम हो जाती है, लेकिन कोई ध्यान ही नहीं दिया गया. आखिरकार राह चलते बस की स्टीयरिंग जाम हो गई जिससे हादसा हो गया. इससे बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. गनीमत रही कि बस के अंदर सफर कर रहे नौ लोगों को ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई.

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाएं स्पेयर पार्ट्स की कमी .
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाएं स्पेयर पार्ट्स की कमी .


चारबाग डिपो कार्यशाला के जिम्मेदारों का कहना है कि बसों की स्थिति सुधरे भी तो कैसे जब कार्यशाला में सामान ही मौजूद नहीं है. क्षेत्रीय कार्यशाला से पार्ट्स की मांग की जाती है तो पार्ट्स ही उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं. ऐसे में जुगाड़ करके किसी तरह बस को कार्यशाला से निकाला जाता है. अब सवाल यह है कि क्षेत्रीय कार्यशाला के जिम्मेदार क्यों ध्यान नहीं देते. क्यों बसों को दुरुस्त करने के लिए कार्यशाला को सामान उपलब्ध कराया नहीं जाता. ऐसे में अगर कोई दुर्घटना होती है और यात्री हताहत होते हैं तो सीधे तौर पर क्षेत्रीय कार्यशाला के सेवा प्रबंधक जिम्मेदार नहीं होंगे.


बसों की हालत दुरुस्त करने के लिए दिए गए थे दो करोड़ : उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार की तरफ से प्रदेश भर के सभी कार्यशालाओं में बसों की स्थिति को दुरुस्त करने के लिए दो दो करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई थी, लेकिन बसों की स्थिति जस की तस ही बनी हुई है. पहले भी कंडम बसों से यात्रियों को यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ता था अब भी ऐसी ही बसों से यात्रा करनी पड़ रही है. राह चलते बसें खराब हो जाती हैं और यात्रियों को धक्का लगाना पड़ता है. कभी बस की स्टीयरिंग जाम या फेल हो जाती है तो कभी शॉर्ट सर्किट से आग लग जाती है. कभी इंजन दगा दे जाता है तो कभी चलते चलते किसी अन्य तकनीकी खराबी से बसें खड़ी हो जाती हैं.

यह भी पढ़ें : विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, जल्द शुरू होगा यूपी में नई विधानसभा का निर्माण

सड़क पर दौड़ती रोडवेज बस की स्टेयरिंग हुई जाम, चालक का पैर हुआ फ्रैक्चर.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाएं स्पेयर पार्ट्स की कमी से जूझ रही हैं. पार्ट्स न मिलने के चलते बसों की मेंटेनेंस नहीं हो पा रही है. ऐसे में मजबूरन वर्कशॉप से बसों को फिट किए बिना ही रूट पर भेजा जा रहा है. जिससे बसें दुर्घटना का शिकार हो रही हैं. बस चालक की तरफ से कार्यशाला के जिम्मेदारों को बस में किस तरह की खराबी है उसकी पूरी जानकारी भी दी जाती है, लेकिन जब स्पेयर पार्ट्स ही नहीं है तो मरम्मत हो भी तो कैसे? चारबाग डिपो की ऐसी ही एक बस की स्टीयरिंग फेल हो गई. जिससे कई यात्रियों को चोटें आईं और चालक का पैर फ्रैक्चर हो गया. बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है.



चारबाग डिपो की बस संख्या यूपी 33 एटी 2824 से यात्रियों को लेकर गोरखपुर रूट से लखनऊ के लिए रवाना हुई थी. विक्रमजोत के पास बस की स्टीयरिंग जाम हो गई और हादसा हो गया. बस गन्ने से लदी ट्राली से टकरा गई. जिससे कई यात्री चोटिल हो गए. वहीं बस के अंदर ही लोहे का पार्ट्स चालक के पैर में घुस गया जिससे वह लहूलुहान हो गया. चालक विजय शंकर तिवारी ने बताया कि पिछले काफी दिनों से इस बस को चलाने वाले चालक वर्कशॉप में स्टीयरिंग जाम होने की शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई की ही नहीं जा रही थी. चारबाग डिपो के डिफेक्ट रजिस्टर पर बाकायदा दर्ज भी कराया गया है कि स्टीयरिंग जाम हो जाती है, लेकिन कोई ध्यान ही नहीं दिया गया. आखिरकार राह चलते बस की स्टीयरिंग जाम हो गई जिससे हादसा हो गया. इससे बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. गनीमत रही कि बस के अंदर सफर कर रहे नौ लोगों को ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई.

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाएं स्पेयर पार्ट्स की कमी .
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की कार्यशालाएं स्पेयर पार्ट्स की कमी .


चारबाग डिपो कार्यशाला के जिम्मेदारों का कहना है कि बसों की स्थिति सुधरे भी तो कैसे जब कार्यशाला में सामान ही मौजूद नहीं है. क्षेत्रीय कार्यशाला से पार्ट्स की मांग की जाती है तो पार्ट्स ही उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं. ऐसे में जुगाड़ करके किसी तरह बस को कार्यशाला से निकाला जाता है. अब सवाल यह है कि क्षेत्रीय कार्यशाला के जिम्मेदार क्यों ध्यान नहीं देते. क्यों बसों को दुरुस्त करने के लिए कार्यशाला को सामान उपलब्ध कराया नहीं जाता. ऐसे में अगर कोई दुर्घटना होती है और यात्री हताहत होते हैं तो सीधे तौर पर क्षेत्रीय कार्यशाला के सेवा प्रबंधक जिम्मेदार नहीं होंगे.


बसों की हालत दुरुस्त करने के लिए दिए गए थे दो करोड़ : उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार की तरफ से प्रदेश भर के सभी कार्यशालाओं में बसों की स्थिति को दुरुस्त करने के लिए दो दो करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई थी, लेकिन बसों की स्थिति जस की तस ही बनी हुई है. पहले भी कंडम बसों से यात्रियों को यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ता था अब भी ऐसी ही बसों से यात्रा करनी पड़ रही है. राह चलते बसें खराब हो जाती हैं और यात्रियों को धक्का लगाना पड़ता है. कभी बस की स्टीयरिंग जाम या फेल हो जाती है तो कभी शॉर्ट सर्किट से आग लग जाती है. कभी इंजन दगा दे जाता है तो कभी चलते चलते किसी अन्य तकनीकी खराबी से बसें खड़ी हो जाती हैं.

यह भी पढ़ें : विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, जल्द शुरू होगा यूपी में नई विधानसभा का निर्माण

Last Updated : Mar 31, 2023, 6:22 PM IST
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