लखनऊ: राजधानी में बढ़ रहे साइबर अपराध और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने और सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर लगाम लगाने के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जिले स्तर पर डिस्ट्रिक्ट साइबर क्राइम सेल (डीसीसीसी) को दो टीमों में बांटा है.
अब साइबर सेल दो टीम के तौर पर काम करेगी. पहली टीम साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम (सीसीआईटी) और दूसरी टीम साइबर क्राइम सपोर्ट (डीसीसीसी) का गठन किया गया है. डिस्ट्रिक्ट साइबर क्राइम सेल जहां साइबर क्राइम की इंस्टिगेशन करेगी तो वहीं साइबर क्राइम सपोर्ट टीम इन्वेस्टिगेशन में साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम का सपोर्ट करेगी.
साइबर क्राइम सपोर्ट टीम डीसीसीसी की प्रत्येक टीम में एक निरीक्षक, एक उपनिरीक्षक, तीन कॉन्स्टेबल तैनात रहेंगे, जो 24 घंटे साइबर क्राइम और सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर नियंत्रण रखने के लिए सक्रिय रहेंगे. साइबर सेल के प्रभारी के तौर पर अपर पुलिस अधीक्षक अपराध और पुलिस उपाधीक्षक अपराध काम करेंगे.
डिस्ट्रिक्ट साइबर क्राइम सेल द्वारा जटिल अपराध जैसे ई-कॉमर्स, फेक ट्विटर हैंडल, लॉटरी फ्रॉड वेबसाइट डिफेसमेंट डाटा जैसे अपराधों की विवेचना करेगी. साथ ही थाना स्तर पर साइबर सेल टीम का गठन किया जाएगा, जो कि एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, वॉलेट शॉर्ट, प्रोफाइल, पासवर्ड हैक जैसे अपराधों की विवेचना करेगी. थाने स्तर पर बनाई गई साइबर टीम को तीन श्रेणियों में बांटा गया है.
जनपद स्तर पर गठित साइबर क्राइम सेल के तहत टीम साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम (सीसीआईटी) में यश कांत सिंह, राहुल सिंह राठौर, अखिलेश सिंह, शरीफ खान को तैनाती दी गई है. वहीं साइबर क्राइम सपोर्ट टीम (सीसीएसटी) में घनश्याम मणि, त्रिपाठी सुरेश गिरी और अजय सिंह संतोष कुमार को तैनाती की गई है.