लखनऊ: जनपद के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से जारी नंबरों पर फर्जीवाड़ा कर 11 गुजरातियों के विदेश जाने का खुलासा हुआ है. आरोपियों ने वर्ष 2017 में कनाडा की यात्रा की थी, संदेह होने पर उच्चायोग ने 39 भारतीय नागरिकों के पासपोर्ट जमा कराकर जांच के लिए विदेश मंत्रालय भारत सरकार को भेजा. जांच में पता चला कि 11 पासपोर्ट लखनऊ के क्षेत्रीय कार्यालय से जारी किए गए थे. मामले पर पासपोर्ट कार्यालय लखनऊ ने इसकी जांच की तो फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ. पुलिस ने मामले को दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जानें...पूरा मामला
पुलिस ने बताया कि जांच में सभी पासपोर्ट पर नाम और पते अलग पाए गए, इतना ही नहीं पासपोर्ट धारक की जो तस्वीर लगी थी, वह भी रिकॉर्ड से अलग थी. पुलिस ने पासपोर्ट धारकों को नोटिस देकर पक्ष रखने के लिए कहा गया, लेकिन सिर्फ तीन पासपोर्ट धारकों ने पक्ष रखा. वहीं क्षेत्रीय कार्यालय ने 25 सितंबर 2020 को पूरे मामले की रिपोर्ट विदेश मंत्रालय को भेज दी थी, जिस पर 19 अक्टूबर 2020 को मंत्रालय ने मुकदमा दर्ज कराकर जांच कराने का आदेश दिया था.
इनके पासपोर्ट से की गई थी छेड़छाड़
जालसाज ने लखनऊ निवासी अब्दुल कादिर, अंबेडकर नगर निवासी सत्येंद्र कुमार यादव, रोहित कुमार, कैलाश कुमार, बलिया निवासी सुरेंद्र, मऊ निवासी रामानंद, कानपुर नगर निवासी शिवा प्रजापति, अयोध्या निवासी विश्वास, मायाराम वर्मा, जौनपुर निवासी धर्मेंद्र जायसवाल, कुशीनगर निवासी राम जी चौहान के पासपोर्ट में छेड़छाड़ की थी.
इसे भी पढ़ें: सेना में हवलदार से प्लाट दिलाने के नाम पर सात लाख हड़पे, FIR दर्ज
ये हैं गुजरात के आरोपी
अहमदाबाद के नवरंगपुरा काजल अपार्टमेंट ऑफ यूनिवर्सिटी रोड दादा साहब पागला निवासी समीर इंद्रावदन, साहिल समीर दानी, गांधीनगर के कालोल करनावटी द्वारकेश सोसाइटी निवासी सोनाली चेतन कुमार पटेल, आजाद सोसाइटी अम्बावाड़ी सोसाइटी चंद्रकांत दर्शन मेहता, राज दर्शन मेहता व करुणा दर्शन मेहता, गांधीनगर कोटेश्वर फर्म के श्रेया अमोल सेठ, गांधीनगर कोटेश्वर फॉर्म आनगह निवासी अमोल पल सेठ, अहमदाबाद के लक्ष्मी निवासी सोसाइटी पलड़ी निवासी जयेश नेहाल सेठ, संतकुरत पार्थसाथ एवेन्यू निवासी रूपा देवी और अहमदाबाद के पॉलिटेक्निक आजाद सोसाइटी निवासी कोशा दर्शन मेहता. पुलिस ने इन सभी के मुकदमा दर्ज किया गया है.