लखनऊ: राजधानी में शनिवार को सोशल मीडिया पर दो ऑडियो वायरल हुए थे. इनके वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. ऑडियो में राजधानी की ट्रैफिक पुलिस के एक इंस्पेक्टर सहित तीन लोगों का नाम लेते हुए वसूली के बारे में बातचीत हो रही थी. हालांकि, इस ऑडियो के वायरल होने के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं दोषी पाए जाने पर तीन दिन के अंदर बर्खास्तगी की कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं. इसके बाद डीसीपी ट्रैफिक ख्याति सिंह का कहना है कि इस मामले में वायरल ऑडियो की जांच चल रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ऑडियो ने खोली ट्रैफिक पुलिस की पोल
सोशल मिडिया पर ट्रैफिक पुलिस का एक ऑडियो वायरल हो रहा है. इस वायरल ऑडियो ने राजधानी की ट्रैफिक पुलिस की पोल खोल कर रख दी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ऑडियो डग्गामार वाहन चालकों के बीच का है. इसमें पॉलिटेक्निक चौराहे से मड़ियांव और कमता तक के वाहन स्टैंड के चालक पूरे रूट पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की वसूली के बारे में बता रहे हैं. वाहन चालक साफ कह रहा है कि बंधी हुई रकम देने को ट्रैफिक पुलिस के दीवान योगेंद्र को फोन किया, तो वह कभी गांव में होने तो कभी किसी बहाने से चलता रहा. उसकी ड्यूटी आई तो मड़ियांव में एक गाड़ी बंद कर दी.
दूसरे ऑडियो में वाहन चालक ने अपने साथी को कॉल किया, तो होल्ड करके वह एक ट्रैफिक पुलिस से बातचीत कर रहा है. बातचीत से पहले वाहन चालक अपने साथी से चुप रहकर सारी बात सुनने को कह रहा है. इस बात की जानकारी ट्रैफिक पुलिस को नहीं है और वह छह हजार लेने की बात कबूल कर रहा है. वाहन चालक यह भी कह रहा है कि उसकी दो गाड़ियां चल रही हैं, जरा ख्याल रखें. इस पर ट्रैफिक पुलिस कह रही है कि कभी भी गाड़ी पकड़ी जाए तो आपका नाम बता दें, हम देख लेंगे. वहीं एक रिकॉर्डिंग में भैया ट्रैफिक इंस्पेक्टर का 12 हजार और हमराही का दो हजार बंधा है. इधर कुछ दिक्कत चल रही है तो आधा रुपए ही दे पा रहे हैं अभी संजय के हाथों टीआई को पांच हजार और हमराही को एक हजार भेजा है. दो लोगों की यह बातचीत शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी.