लखनऊ: जिले के नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने गुरुवार को राजधानी के कई वार्डों का औचक निरीक्षण किया. इस अवसर निरीक्षण में साफ सफाई की पोल खुल गई. कई मुहल्लों में नालियों में सिल्ट जमा पाई गई, जिसके कारण मोहल्ले में जलभराव की स्थिति बन गई.
औचक निरीक्षण पर निकली नगर निगम की टीम को कई मोहल्लों में साफ सफाई नहीं मिली. इस निरीक्षण के दौरान सफाई पर्यवेक्षक मोहम्मद नईम के कार्य में सुधार ना होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के साथ-साथ कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया. मोहम्मद नईम को इसके पहले भी चेतावनी दी जा चुकी है. वहीं लापरवाही के आरोप में अवर अभियंता विनोद कुमार पाठक को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई. इसके साथ ही साफ-सफाई ना करने पर संबंधित संस्था से एक लाख रुपये की वसूली करने के साथ-साथ संस्था की सेवाएं समाप्त करने का भी निर्देश दिया गया.
कोचिंग के पोस्टर लगाने पर लगा 10 हजार का जुर्माना
नगर आयुक्त के निरीक्षण के दौरान सार्वजनिक संपत्ति पर एक प्राइवेट कोचिंग सेंटर के पोस्टर लगाए जाने से नाराज नगर आयुक्त ने उक्त कोचिंग से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान करने के अपराध में 10 हजार रुपये का जुर्माना वसूला. इसके साथ ही भविष्य में इस तरह का कृत्य ना करने की चेतावनी भी दी. नगर निगम लगातार लखनऊ की साफ-सफाई की व्यवस्था का औचक निरीक्षण कर रहा है. नगर निगम 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली रैंकिंग पाना चाहता है. इसी को ध्यान में रखते हुए लगातार साफ-सफाई का निरीक्षण किया जा रहा है.