लखनऊः राजधानी लखनऊ के नगर निगम में बजट पेश किया जाना था, लेकिन इस बजट को कई गलतियों के कारण आज स्थगित कर दिया गया. अब यह बजट 23 मार्च मंगलवार को पेश किया जाएगा. नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने इस बजट को बनाने वाले लापरवाह लेखा अधिकारियों को नोटिस भी जारी किया है.
वित्त और जलकल में थीं अनियमितताएं
ईटीवी भारत से बातचीत में नगर निगम कार्यकारिणी की सदस्य रूपाली गुप्ता ने कहा कि इस कार्यकारिणी बजट में वित्त विभाग और जलकल में काफी अनियमितताएं थीं. वास्तविक आय-व्यय में भी काफी गड़बड़ियां थीं. मूल प्रावधान में भी गड़बड़ियां पाई गईं. इसके कारण इस बजट को स्थगित कर दिया गया है. अगला बजट मंगलवार को सुधार करके पुनः प्रस्तुत किया जाएगा.
पार्षदों के कोटे हुए कम
इस बजट में किसी भी तरह के टैक्स का कोई भार लखनऊ की जनता पर नहीं डाला या जाएगा. हालांकि, पार्षदों को मिलने वाली विकास निधि को एक करोड़ 15 लाख को घटाकर 50 लाख किए जाने की बात है. इस बात को लेकर पार्षद विरोध भी कर सकते हैं. इस कारण यह बजट स्थगित किया गया है.
2 दिन पूर्व हुई थी अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक
लखनऊ नगर निगम अपने इस बजट को लेकर बहुंत गंभीर है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 18 मार्च को लखनऊ नगर निगम मुख्यालय में लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. शकुंतला विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की गई थी. इसमें कर नगर निगम बजट आने से पूर्व आय और व्यय पर विचार विमर्श किया गया था. इसके साथ ही लखनऊ नगर निगम की आय बढ़ाने और व्यय को कम करने पर भी चर्चा की गई थी. बावजूद इसके नगर निगम के बजट में कमियां पाई गई हैं.
बताते चलें कि लखनऊ नगर निगम का बजट आज पेश किया जाना था. लगभग सवा घंटे चली इस बैठक में बजट में बहुत सी कमियां पाई गईं. इसके कारण इस बैठक को स्थगित कर दिया गया है. अब 23 मार्च को नगर निगम का बजट पेश किया जाएगा.