लखनऊः एक माह से कुछ ही ज्यादा समय बीता है कि लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के पहिए एक बार फिर थम गए. इस बार मेट्रो के पहिए थमने की वजह मौसम खराब होने के चलते सिग्नल फेल होना बताया जा रहा है. तकरीबन दस मिनट से ज्यादा समय तक मेट्रो के रुकने से यात्रियों की सांसें थमी रहीं. मेट्रो के अधिकारी बताते हैं कि अचानक शुक्रवार दोपहर बाद मौसम खराब हो गया, जिसके चलते इस तरह की समस्या हुई. हालांकि जल्द ही सिग्नल दुरुस्त कर मेट्रो सेवा बहाल की गई.
हनुमान सेतु के पास थमी मेट्रो की रफ्तार
तकनीकी खराबी के चलते कुछ माह पहले मेट्रो एक घंटे से ज्यादा समय के लिए खड़ी हो गई थी. इससे मेट्रो की तकनीकी विंग पर सवाल खड़े हुए थे. यात्रियों के बीच मेट्रो में यात्रा करने को लेकर संशय पैदा होने लगा. अभी यात्रियों के जेहन से मेट्रो के रुकने की याद धूमिल भी नहीं पड़ी थी कि शुक्रवार को एक बार फिर लखनऊ विश्वविद्यालय स्टेशन से हजरतगंज स्टेशन की तरफ आ रही मेट्रो के अचानक रुक जाने से फिर वही याद तरोताजा हो गईं. करीब 10 मिनट से ज्यादा वक्त तक मेट्रो खड़े रहने से सफर कर रहे यात्रियों में खलबली मच गई. हनुमान सेतु के पास मेट्रो 10 मिनट के बाद एक बार फिर आगे बढ़ी लेकिन फिर कुछ देर के लिए खड़ी हो गई. इस बारे में जब ईटीवी भारत ने मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के जिम्मेदारों से उनका पक्ष लिया तो पहले मेट्रो न खड़े होने की बात कहते रहे, लेकिन बाद में कहा कि तेज हवा के चलते सिग्नल फेल होने के कारण कुछ देर के लिए मेट्रो जरूर रुकी थी.
तीन साल में अब तक 510 बार खड़ी हुई मेट्रो
बता दें कि मेट्रो के संचालन से लेकर अब तक तीन साल में 510 बार विभिन्न तकनीकी कारणों के कारण मेट्रो के पहिए थक चुके हैं. इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ चुका है. इससे कहीं न कहीं मेट्रो की टेक्निकल टीम पर सवालिया निशान भी लग रहे हैं.
प्लेटफॉर्म पर बेहोश होकर गिरा यात्री
आलमबाग स्थित सिंगारनगर मेट्रो स्टेशन पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होते बच गया. यहां स्टेशन पर मौजूद एक यात्री अचानक ही बेहोश होकर गिर पड़ा. आनन-फानन में मौजूद कर्मचारियों और सुरक्षा गार्डों ने यात्रियों को प्लेटफॉर्म से किनारे हटाया.
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