ETV Bharat / state

सीतापुर के निजी अस्पताल ने महिला की मौत के बाद किया रेफर, परिजनों ने किया हंगामा

यूपी के सीतापुर जिले के लहरपुर स्थित आइकॉन हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में महिला के गलत इलाज का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि दुर्घटना में घायल महिला के इलाज में लापरवाही बरतने की वजह से उसकी मौत हो गई और जिम्मेदारी से बचने के लिए उसे लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : May 18, 2023, 4:27 PM IST

लखनऊ : सीतापुर के लहरपुर स्थित निजी अस्पताल पर महिला की मौत के बाद बलरामपुर अस्पताल रेफर करने का आरोप लगा है. मरीज को ऑक्सीजन अम्बू बैग भी गलत तरीके से लगाया गया था. इसकी पुष्टि खुद बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद किया है. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि अस्पताल के स्टॉफ के समझाने-बुझाने पर वह शांत हुए. इस मामले में परिजनों ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

सीतापुर के लहरपुर इलाके की रहने वाली प्रीति (26) मंगलवार को हादसे में घायल हो गई थी. सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे लहरपुर स्थित आइकॉन हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. परिजनों का आरोप है कि जहां डॉक्टरों ने रुपये वसूलने के बाद महिला को लखनऊ रेफर करने की बात कही. परिजनों का आरोप यह भी है कि मरीज की मौत अस्पताल में होने के बावजूद उसे रेफर कर दिया गया. इतना ही नहीं ऑक्सीजन अम्बू बैग भी गलत तरीके से लगाया गया. बलरामपुर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं अस्पताल के संचालक असरफ बिलाल का कहना है कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है. मरीज की हालत नाजुक होने पर बलरामपुर अस्पताल रेफर किया गया था. यदि परिजनों को लापरवाही का शक है, तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति साफ हो जाएगी.

गलत इलाज से बच्ची ने पैर गंवाया, डिप्टी सीएम ने दिया जांच का आदेश


बहराइच स्थित मोतीपुर के दौलतपुर गांव निवासी अरविन्द गुप्ता की 10 वर्षीय बेटी रिम्मी गुप्ता सड़क हादसे में जख्मी हो गई थी. दाहिने पैर में गंभीर चोट आई थी. अभिभावकों ने रिम्मी को खैरीघाट के रामपुर चौराहे पर संचालित क्लीनिक ले गए. यहां झोलाछाप ने पैर में फ्रैक्चर बताया. प्लास्टर चढ़ाने की सलाह दी. अभिभावकों ने प्लास्टर चढ़ाने को कहा. झोलाछाप ने प्लास्टर चढ़ाया. कुछ दवाएं खाने को दीं. प्लास्टर के बाद रिम्मी के पैर में सड़न शुरू हो गई. संक्रमण लगातार बढ़ता गया. इसके बाद अभिभावक बेटी को लेकर केजीएमयू आर्थोपैडिक्स विभाग आए. यहां डॉक्टरों ने जरूरी जांच कराई. जांच में गंभीर संक्रमण की पुष्टि हुई. बच्ची की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने रिम्मी का संक्रमित पैर काटने की सलाह दी. पिता अरविन्द ने ऑपरेशन की अनुमति दी.

इस मामले में अरविन्द ने झोलाछाप डाॅक्टर की शिकायत डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, जिलाधिकारी और सीएमओ से की. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को गंभीरता से लिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी और सीएमओ तत्काल मामले की जांच करें. दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इसमें किसी भी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.

पोस्टमार्टम में देरी की जांच होगी : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बलिया के जिला अस्पताल में मरीज की संदिग्ध हालात में मृत्यु होने पर पोस्टमार्टम में देरी संबंधी प्रकरण का संज्ञान लिया है. उप मुख्यमंत्री ने आजमगढ़ मंडलीय निदेशक को इस मामले की जांच कर पूरी रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर मांगी है. उन्होंने कहा कि दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.

एम्बुलेंस की लेटलतीफी पर जवाब तलब : आगरा में एंबुलेंस देरी से पहुंचने का प्रकारण सामने आया है. डिप्टी सीएम ने इसे लापरवाही मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं. सभी जरूरतमंदों को समय पर एम्बुलेंस मुहैया कराई जाए. इसमें कहां चूक हुई? एम्बुलेंस किन कारणों से देरी से मरीज को मिली? पूरे प्रकरण की जांच होगी.


यह भी पढ़ें : मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल, कानून मंत्रालय के नए 'अर्जुन' मेघवाल

लखनऊ : सीतापुर के लहरपुर स्थित निजी अस्पताल पर महिला की मौत के बाद बलरामपुर अस्पताल रेफर करने का आरोप लगा है. मरीज को ऑक्सीजन अम्बू बैग भी गलत तरीके से लगाया गया था. इसकी पुष्टि खुद बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद किया है. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि अस्पताल के स्टॉफ के समझाने-बुझाने पर वह शांत हुए. इस मामले में परिजनों ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

सीतापुर के लहरपुर इलाके की रहने वाली प्रीति (26) मंगलवार को हादसे में घायल हो गई थी. सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे लहरपुर स्थित आइकॉन हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. परिजनों का आरोप है कि जहां डॉक्टरों ने रुपये वसूलने के बाद महिला को लखनऊ रेफर करने की बात कही. परिजनों का आरोप यह भी है कि मरीज की मौत अस्पताल में होने के बावजूद उसे रेफर कर दिया गया. इतना ही नहीं ऑक्सीजन अम्बू बैग भी गलत तरीके से लगाया गया. बलरामपुर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं अस्पताल के संचालक असरफ बिलाल का कहना है कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है. मरीज की हालत नाजुक होने पर बलरामपुर अस्पताल रेफर किया गया था. यदि परिजनों को लापरवाही का शक है, तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति साफ हो जाएगी.

गलत इलाज से बच्ची ने पैर गंवाया, डिप्टी सीएम ने दिया जांच का आदेश


बहराइच स्थित मोतीपुर के दौलतपुर गांव निवासी अरविन्द गुप्ता की 10 वर्षीय बेटी रिम्मी गुप्ता सड़क हादसे में जख्मी हो गई थी. दाहिने पैर में गंभीर चोट आई थी. अभिभावकों ने रिम्मी को खैरीघाट के रामपुर चौराहे पर संचालित क्लीनिक ले गए. यहां झोलाछाप ने पैर में फ्रैक्चर बताया. प्लास्टर चढ़ाने की सलाह दी. अभिभावकों ने प्लास्टर चढ़ाने को कहा. झोलाछाप ने प्लास्टर चढ़ाया. कुछ दवाएं खाने को दीं. प्लास्टर के बाद रिम्मी के पैर में सड़न शुरू हो गई. संक्रमण लगातार बढ़ता गया. इसके बाद अभिभावक बेटी को लेकर केजीएमयू आर्थोपैडिक्स विभाग आए. यहां डॉक्टरों ने जरूरी जांच कराई. जांच में गंभीर संक्रमण की पुष्टि हुई. बच्ची की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने रिम्मी का संक्रमित पैर काटने की सलाह दी. पिता अरविन्द ने ऑपरेशन की अनुमति दी.

इस मामले में अरविन्द ने झोलाछाप डाॅक्टर की शिकायत डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, जिलाधिकारी और सीएमओ से की. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को गंभीरता से लिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी और सीएमओ तत्काल मामले की जांच करें. दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इसमें किसी भी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.

पोस्टमार्टम में देरी की जांच होगी : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बलिया के जिला अस्पताल में मरीज की संदिग्ध हालात में मृत्यु होने पर पोस्टमार्टम में देरी संबंधी प्रकरण का संज्ञान लिया है. उप मुख्यमंत्री ने आजमगढ़ मंडलीय निदेशक को इस मामले की जांच कर पूरी रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर मांगी है. उन्होंने कहा कि दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.

एम्बुलेंस की लेटलतीफी पर जवाब तलब : आगरा में एंबुलेंस देरी से पहुंचने का प्रकारण सामने आया है. डिप्टी सीएम ने इसे लापरवाही मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं. सभी जरूरतमंदों को समय पर एम्बुलेंस मुहैया कराई जाए. इसमें कहां चूक हुई? एम्बुलेंस किन कारणों से देरी से मरीज को मिली? पूरे प्रकरण की जांच होगी.


यह भी पढ़ें : मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल, कानून मंत्रालय के नए 'अर्जुन' मेघवाल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.