लखनऊ : ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय में फैली बदइंतजामी को परखने लिए शनिवार सुबह स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. दीपा त्यागी अचानक निरीक्षण को पहुंच गई. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सीएमएस समेत कई डॉक्टर बिना बताए गायब मिले. करीब एक घंटे तक डीजी ने अस्पताल की इमरजेंसी-ओपीडी व गाइनी ओटी का निरीक्षण किया. इस दौरान कई खामियां मिलने पर डॉक्टर व स्टॉफ के पेंच कसे. स्वास्थ्य महानिदेशक ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए सीएमएस डॉ.वसुधा सिंह को नोटिस जारी किया है. पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है.
इमरजेंसी छोड़ ओपीडी चलाता मिला डॉक्टर : स्वास्थ्य महानिदेशक सुबह करीब 11:30 बजे अस्पताल पहुंच गई थीं. गाड़ी से उतरते ही वह सीधे इमरजेंसी के अंदर पहुंच गई. इमरजेंसी में तीन से चार मरीज बेड पर भर्ती थे. मरीजों के इलाज लिए वहां पर काेई भी डॉक्टर नहीं था. वहां पर मौजूद स्टॉफ भी बिना एप्रेन पहने मिला. इस पर डीजी ने फटकार लगाई. डीजी ने इमरजेंसी मेडिकल अफसर को तलब किया तो पता चला कि वह इमरजेंसी छोड़ ओपीडी चला रहा था. डीजी ने इस पर डाॅॅक्टर को फटकार लगाई.
जनवरी से रात के वक्त एक भी केस नहीं : स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. दीपा त्यागी ने अस्पताल की गाइनी यूनिट का निरीक्षण किया. यूनिट में तैनात महिला डॉक्टरों की ओपीडी व प्रसव का रिकार्ड खंगाला. जनवरी से अब तक यहां पर रात में कोई भी डिलवरी केस न कराए जाने का रिकार्ड मिला. गाइनी यूनिट में तैनात डॉक्टर भी गायब थे. गाइनी यूनिट की डॉ. ताबिन्दा ख्वाजा ओपीडी में मरीज को देखती मिली. वहीं डीजी के आने की सूचना पाकर डॉ. शिप्रा भी कुछ देर बाद अस्पताल पहुंच गई. सीएमएस डॉ. वसुधा सिंह समेत अन्य महिला डॉक्टर गायब रहीं.