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होल्डिंग एरिया में सुरक्षित किए जाएंगे इतने बेड, निजी अस्पताल किए गए टेकओवर

राजधानी लखनऊ में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जूम बैठक आयोजित की गई. इसमें जनपद में संचालित विभिन्न नॉन कोविड अस्पतालों ने प्रतिभाग किया. इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा जनपद में संचालित सभी नॉन कोविड अस्पतालों, नर्सिंग होम को कई निर्देश दिए गए.

डीएम ने बैठक की.
डीएम ने बैठक की.
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Published : Apr 16, 2021, 10:36 PM IST

लखनऊ : राजधानी में शुक्रवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक की गई. इसमें जनपद में संचालित विभिन्न नॉन कोविड अस्पतालों ने प्रतिभाग किया. बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित सभी नॉन कोविड अस्पतालों और नर्सिंग होम को कई निर्देश दिए. सभी नॉन कोविड निजी अस्पताल, एक ट्रायऐज, होल्डिंग एरिया बनाएंगे और कुल बेड क्षमता के 10 प्रतिशत बेड ट्रायऐज, होल्डिंग एरिया के लिए सुरक्षित किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त ट्रायऐज, होल्डिंग एरिया में ऑक्सीजन, बाईपैप, वेंटिलेटर आदि की भी व्यवस्था अस्पताल द्वारा की जाएगी. वहीं, जिला प्रशासन ने राजधानी में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 17 निजी अस्पतालों को अधिग्रहीत किया है.

प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाए उपचार

बैठक में निर्देश दिया गया कि यदि कोई ऐसा मरीज जिसकी कोविड जांच नहीं हुई है या रिपोर्ट प्रतीक्षित है किसी ऐसे अस्पताल में आता है तो अस्पताल द्वारा उस मरीज का सम्पूर्ण कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उचित उपचार किया जाए. वहीं, जिन मरीजों की कोविड जांच नहीं हुई है और यदि उनमें कोविड जैसे लक्षण हैं तो सर्वप्रथम उनकी जांच किसी अधिकृत कोविड प्रयोगशाला से करवाई जाए.

अस्पताल आवंटित न होने तक किया जाए उपचार

बैठक में निर्देश दिया गया कि सभी कोविड पॉजिटिव मरीजों का उपचार तब तक किया जाय, जब तक जनपदीय इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल और कमांड सेंटर द्वारा उन्हें कोई कोविड अस्पताल आवंटित नहीं किया जाता. सभी नॉन कोविड अस्पतालों और नर्सिंग होम द्वारा कम से कम एक डेडिकेटेड कोविड एम्बुलेंस की व्यवस्था बनाकर रखनी होगी. वहीं, आवयश्कता पड़ने पर उसे कोविड मरीजों के ट्रांसपोर्ट में प्रयोग किया जाए. डीएम ने उन सभी निजी प्रयोगशालाओं और अस्पतालों से आग्रह किया जो मानकों को पूर्ण करते हैं और कोविड प्रयोगशाला और अस्पताल के रूप में अपनी सेवाएं देना चाहते हैं, वे आगे आएं और अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएं.

इन अस्पतालों को किया गया अधिग्रहीत

जिला प्रशासन ने शुक्रवार को 17 निजी अस्पतालों को कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अधिग्रहीत किया है. इसमें एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल, एवन हॉस्पिटल, अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कैरियर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल, फेमिना हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर ब्लड बैंक, ग्रीन सिटी हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल, किंग मेडिकल सेंटर, मां चंद्रिका देवी हॉस्पिटल, पूजा हॉस्पिटल एंड मल्टी स्पेशलिटी सेंटर, राजधानी हॉस्पिटल, संजीवनी मेडिकल सेंटर, श्री साईं लाइफ हॉस्पिटल, वागा हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, विनायक मेडिकेयर हॉस्पिटल, विनायक ट्रॉमा सेंटर एंड हॉस्पिटल, सिप्स बर्न हॉस्पिटल हैं.

इसे भी पढ़ें-श्मशान घाटों पर कम पड़ रही जगह, पार्क में अंतिम संस्कार कर रहे लोग

लखनऊ : राजधानी में शुक्रवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक की गई. इसमें जनपद में संचालित विभिन्न नॉन कोविड अस्पतालों ने प्रतिभाग किया. बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित सभी नॉन कोविड अस्पतालों और नर्सिंग होम को कई निर्देश दिए. सभी नॉन कोविड निजी अस्पताल, एक ट्रायऐज, होल्डिंग एरिया बनाएंगे और कुल बेड क्षमता के 10 प्रतिशत बेड ट्रायऐज, होल्डिंग एरिया के लिए सुरक्षित किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त ट्रायऐज, होल्डिंग एरिया में ऑक्सीजन, बाईपैप, वेंटिलेटर आदि की भी व्यवस्था अस्पताल द्वारा की जाएगी. वहीं, जिला प्रशासन ने राजधानी में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 17 निजी अस्पतालों को अधिग्रहीत किया है.

प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाए उपचार

बैठक में निर्देश दिया गया कि यदि कोई ऐसा मरीज जिसकी कोविड जांच नहीं हुई है या रिपोर्ट प्रतीक्षित है किसी ऐसे अस्पताल में आता है तो अस्पताल द्वारा उस मरीज का सम्पूर्ण कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उचित उपचार किया जाए. वहीं, जिन मरीजों की कोविड जांच नहीं हुई है और यदि उनमें कोविड जैसे लक्षण हैं तो सर्वप्रथम उनकी जांच किसी अधिकृत कोविड प्रयोगशाला से करवाई जाए.

अस्पताल आवंटित न होने तक किया जाए उपचार

बैठक में निर्देश दिया गया कि सभी कोविड पॉजिटिव मरीजों का उपचार तब तक किया जाय, जब तक जनपदीय इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल और कमांड सेंटर द्वारा उन्हें कोई कोविड अस्पताल आवंटित नहीं किया जाता. सभी नॉन कोविड अस्पतालों और नर्सिंग होम द्वारा कम से कम एक डेडिकेटेड कोविड एम्बुलेंस की व्यवस्था बनाकर रखनी होगी. वहीं, आवयश्कता पड़ने पर उसे कोविड मरीजों के ट्रांसपोर्ट में प्रयोग किया जाए. डीएम ने उन सभी निजी प्रयोगशालाओं और अस्पतालों से आग्रह किया जो मानकों को पूर्ण करते हैं और कोविड प्रयोगशाला और अस्पताल के रूप में अपनी सेवाएं देना चाहते हैं, वे आगे आएं और अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएं.

इन अस्पतालों को किया गया अधिग्रहीत

जिला प्रशासन ने शुक्रवार को 17 निजी अस्पतालों को कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अधिग्रहीत किया है. इसमें एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल, एवन हॉस्पिटल, अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कैरियर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल, फेमिना हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर ब्लड बैंक, ग्रीन सिटी हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल, किंग मेडिकल सेंटर, मां चंद्रिका देवी हॉस्पिटल, पूजा हॉस्पिटल एंड मल्टी स्पेशलिटी सेंटर, राजधानी हॉस्पिटल, संजीवनी मेडिकल सेंटर, श्री साईं लाइफ हॉस्पिटल, वागा हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, विनायक मेडिकेयर हॉस्पिटल, विनायक ट्रॉमा सेंटर एंड हॉस्पिटल, सिप्स बर्न हॉस्पिटल हैं.

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