लखनऊ : लखनऊ विकास प्राधिकरण लखनऊ के मंदिरों को सजाएगा. सभी प्रख्यात मंदिरों में सौंदर्यीकरण का काम लखनऊ विकास प्राधिकरण कराएगा. जिसकी शुरुआत हनुमान सेतु के प्रख्यात मंदिर से की जाएगी. फसाड लाइटिंग से लेकर कई हालों का निर्माण होगा. ऐसे ही एक-एक करके अन्य मंदिरों में भी विकास के कार्य लखनऊ विकास प्राधिकरण कराएगा.
लखनऊवासियों की आस्था का केन्द्र हनुमान सेतु मंदिर जल्द ही आकर्षक फसाड लाइटों की रोशनी से जगमगाएगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने मंगलवार को विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों की समीक्षा बैठक में इस बाबत निर्देश दिये हैं. एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी ने मंदिर में फसाड लाइटें लगवाने का जिम्मा हेरिटेज जोन की इमारतों में काम कर रही कंपनी को सौंपा है. इसके लिए प्राधिकरण के स्तर से कोई धनराशि व्यय नहीं की जाएगी, यह काम कंपनी द्वारा अपने सीएसआर फंड से कराया जाएगा. फिलहाल लखनऊ के सबसे मशहूर मंदिरों में से एक हनुमान मंदिर सहित अन्य पर यह काम किया जाएगा. इसके बाद में अलग-अलग मंदिरों में इसी तरह की फसाड डाइटिंग की सुविधा दी जाएगी.
कुछ अन्य योजनाओं पर भी होगा काम : राष्ट्र प्रेरणा स्थल के कार्यों की समीक्षा की गई है. इसमें पाया गया कि कैफेटेरिया, मेडिटेशन हाॅल, योगा सेंटर, म्यूजियम ब्लाॅक, टॉयलेट ब्लाॅक, बाउंड्रीवाॅल, गेट एवं गार्ड रूम व एम्पफी थियेटर आदि का कार्य तेजी से चल रहा है. आईआईएम रोड से कुड़ियाघाट तक बंधा चौड़ीकरण व सड़क निर्माण के कार्य की प्रगति संतोषजनक नहीं पाई गई है. इस पर उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगर एक सप्ताह के अंदर कार्य की गति बढ़ाई नहीं गई तो कार्यदायी संस्था मेसर्स भारतीय इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्रा.लि. पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाए. इसके अलावा हेरिटेज जोन में निर्माणाधीन फूड कोर्ट व म्यूजियम के सम्बंध में उपाध्यक्ष ने कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को हिदायत दी है. अवशेष कार्यों को हर हाल में 30 सितम्बर तक पूरा किया जाएगा. वरना 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. वहीं, जनेश्वर मिश्र पार्क में कार्य के सम्बंध में उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 10 अगस्त को दोनों प्रोजेक्ट का फाइनल ट्रायल करा लिया जाए.
बैठक में प्रभारी मुख्य अभियंता एके सिंह, पीआईयू के सदस्य एके सिंह सेंगर, अधिशासी अभियंता नवनीत शर्मा, केके बंसला, संजय जिंदल व सहायक अभियंता राजपाल सिसौदिया, प्रवीण कुमार एवं भगत सिंह समेत अन्य अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.