संभल: यूपी के संभल जिले के सभी 68 तीर्थ और 19 कूपों के साथ ऐतिहासिक धरोहरों को कब्जा मुक्त कराने के लिए जिला अधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया लगातार प्रयासरत हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को भी डीएम पेंसिया ने एक मंदिर का निरीक्षण किया. जिसमें मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे की बात सामने आई है. इस मामले में डीएम ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए हैं. जिला अधिकारी ने साफ किया है कि जिन लोगों ने संभल के धार्मिक स्थलों, कुएं और कूपों के अलावा ऐतिहासिक धरोहरों पर कब्जा कर रखा है उन्हें कब्जा मुक्त कराया जाएगा. साथ ही इनका सौंदर्यीकरण कर दर्शनीय स्थल बनाया जाएगा.
बता दें कि राजेंद्र पेंसिया शुक्रवार को सदर कोतवाली इलाके के तिवारी सराय मोहल्ले में पहुंचे. उनके साथ SP कृष्ण कुमार विश्नोई और SDM संभल डॉ. वंदना मिश्रा भी साथ रहे. इस दौरान डीएम ने यहां मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत पर निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान संभल के डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि, संभल में 87 देव तीर्थ हैं जिसमें 19 कूप ओर 68 तीर्थ माने गए हैं. शुक्रवार को उन्होंने पापमोचन तीर्थ का निरीक्षण किया है. इस तीर्थ पर कूप भी है.
इसके साथ ही कलेक्टर मुन्नी माता का मंदिर ओर गजेन्द्र बाबा की समाधि भी गए. वहां पर कब्जा पाया गया है इसे लेकर SDM को निर्देश दिए गए हैं कि लेखपाल से स्टेट्स रिपोर्ट मंगाए. उन्होंने बताया कि बीते 9 जनवरी को भी 7 तीर्थ और कूपों का निरीक्षण किया था. पेंसिया ने बताया कि संभल में 5 महातीर्थ माने गए हैं जिसमें संभलेश्वर, चंद्रेश्वर ओर भुवनेश्वर है जिनके बीच में शंभू की नगरी संभल स्थित है. कल्कि विष्णु मंदिर ओर प्राचीन मंदिर महातीर्थ माने गए हैं. इन पर अतिक्रमण होने से ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर की क्षति हो रही है.
वहीं जिला अधिकारी ने कहा कि संभल के तीर्थों और कूपों को पुनर्जीवित कर इनका पुनरुद्धार किया जा रहा है. सभी तीर्थों के लिए अलग अलग योजना बनाई जा रही है साथ ही सभी का मैप भी बना रहे हैं ताकि प्रत्येक व्यक्ति को इन तीर्थों के बारे में पता चल सके. उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति संभल तीर्थ यात्रा पर आए उसको पूजा पाठ करने, स्नान करने में कोई परेशानी न हो.
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