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डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस ने क्राइम पर बुलाई आपातकालीन बैठक - लखनऊ समाचार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने के मद्देनजर डीसीपी शालिनी ने इमरजेंसी क्राइम मीटिंग आयोजित की. इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

डीसीपी शालिनी
डीसीपी शालिनी
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Published : Jul 10, 2020, 3:27 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में गुरुवार को डीसीपी शालिनी ने क्राइम पर आपातकालीन बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजधानी में जितने भी क्रिमिनल और हिस्ट्रीशीटर हैं, उनका डेटा इकट्ठा किया जाए. बैठक में मौजूद एडीसीपी, एसीपी और सभी थानाध्यक्षों से उन्होंने कहा कि राजधानी में सभी क्रिमिनल्स पर निगरानी रखी जाए. आरोपी जेल से निकलकर शहर में कहां-कहां पर हैं, क्या कर रहे हैं और उनकी समाज में क्या भूमिका है. सबकी जांच की जाए.

बैठक में डीसीपी ने पॉलीगों प्रणाली के लिए भी सभी पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया. डीसीपी ने कहा कि पॉलीगों सिस्टम प्रणाली 24 घंटे भ्रमण सील रहनी चाहिए. कहीं की भी शिकायत मिलने पर उक्त पुलिस कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी ने कहा कि किसी भी हाल में पॉलीगों किसी भी थाना या किसी भी चौकी पर स्टैंड नहीं होनी चाहिए. पॉलीगों कर्मचारी का सिर्फ यही दायित्व है कि जो भी क्षेत्र उसे दिए गए हैं जो भी थाना उसके अंतर्गत वह हर समय भ्रमण पर रहेगा.

डीसीपी शालिनी ने बैठक में सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि जो भी एफआईआर संबंधित थाने पर दर्ज कराई जाती हैं, उनकी जल्द से जल्द विवेचना कराई जाए. कोई भी केस किसी भी थाने में पेंडिंग नहीं रहना चाहिए.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में गुरुवार को डीसीपी शालिनी ने क्राइम पर आपातकालीन बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजधानी में जितने भी क्रिमिनल और हिस्ट्रीशीटर हैं, उनका डेटा इकट्ठा किया जाए. बैठक में मौजूद एडीसीपी, एसीपी और सभी थानाध्यक्षों से उन्होंने कहा कि राजधानी में सभी क्रिमिनल्स पर निगरानी रखी जाए. आरोपी जेल से निकलकर शहर में कहां-कहां पर हैं, क्या कर रहे हैं और उनकी समाज में क्या भूमिका है. सबकी जांच की जाए.

बैठक में डीसीपी ने पॉलीगों प्रणाली के लिए भी सभी पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया. डीसीपी ने कहा कि पॉलीगों सिस्टम प्रणाली 24 घंटे भ्रमण सील रहनी चाहिए. कहीं की भी शिकायत मिलने पर उक्त पुलिस कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी ने कहा कि किसी भी हाल में पॉलीगों किसी भी थाना या किसी भी चौकी पर स्टैंड नहीं होनी चाहिए. पॉलीगों कर्मचारी का सिर्फ यही दायित्व है कि जो भी क्षेत्र उसे दिए गए हैं जो भी थाना उसके अंतर्गत वह हर समय भ्रमण पर रहेगा.

डीसीपी शालिनी ने बैठक में सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि जो भी एफआईआर संबंधित थाने पर दर्ज कराई जाती हैं, उनकी जल्द से जल्द विवेचना कराई जाए. कोई भी केस किसी भी थाने में पेंडिंग नहीं रहना चाहिए.

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