लखनऊ: लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के कर्मचारियों को कई माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनकी माली हालत और खराब होती जा रही है. लगातार अधिकारियों से वेतन के लिए वार्ता की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इससे परेशान होकर अब सिटी बस कर्मी सिटी बसों का चक्का जाम करने की तैयारी कर रहे हैं. सिटी ट्रांसपोर्ट के एमडी को सौंपी गए नोटिस में 31 अक्टूबर को बकाया वेतन कर्मियों के बैंक खाते में नहीं पहुंचता है तो एक नवंबर से सिटी बसों का संचालन ठप करने की धमकी दी गई है.
1000 कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
लॉकडाउन के बाद से संविदा चालक-परिचालकों के वेतन भुगतान में देरी की जा रही है. गोमतीनगर और दुबग्गा डिपो में तैनात करीब 1000 कर्मचारी वेतन को लेकर परेशान हैं. कर्मियों का आरोप है कि कई बार लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक से मुलाकात की गई पर आश्वासन मिलने के बावजूद वेतन का भुगतान तय समय से नहीं किया जा रहा है. संविदा कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष राजकमल सिंह ने एमडी को नोटिस सौंपकर समस्या का समाधान करने की मांग की है.
32 रूटों पर पड़ेगा बसों के चक्का जाम का असर
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के गोमतीनगर और दुबग्गा डिपो में कुल मिलाकर वर्तमान में करीब 120 सीएनजी और 40 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है. ये सिटी बसें शहर के 32 मार्गों पर संचालित हो रही हैं, जिनसे रोजाना करीब 18 हजार यात्री सफर करते हैं. अगर एक नवंबर से सिटी बसों का चक्का जाम हुआ तो रोजाना यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों की समस्याओं में बढ़ोतरी हो जाएगी.
'जल्द दिया जाएगा वेतन, न करें हड़ताल'
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके मंडल का कहना है कि कोरोना के कारण वेतन भुगतान में दिक्कत आई है, जिससे सिटी बस के ड्राइवर-कंडक्टर नाराज हैं. सिटी बस एमडी का कहना है कि नगरीय परिवहन निदेशालय से संपर्क किया गया है. सोमवार तक वेतन से संबंधित धनराशि आ जाने की उम्मीद है. सिटी बस कर्मियों से मेरी अपील है कि वे बसों का चक्का जाम न करें.