ETV Bharat / state

लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल के पूर्व निदेशक की कोरोना से मौत, बेटा भी संक्रमित

लखनऊ के बलरामपुर चिकित्सालय के पूर्व निदेशक डॉ. श्याम स्वरूप की कोरोना से मौत हो गई. कोरोना के साथ-साथ वे गुर्दे और डायबिटीज की बीमारी से भी पीड़ित थे. डॉ. श्याम स्वरूप के अंतिम यात्रा में शामिल सभी लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे.

dr shyam swaroop tests corona positve after death
कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत डॉ. श्याम स्वरूप अंतिम संस्कार कर दिया गया
author img

By

Published : Jun 6, 2020, 5:14 AM IST

लखनऊ: जिले के बलरामपुर चिकित्सालय के पूर्व निदेशक डॉक्टर श्याम स्वरूप वर्मा की कोरोना से मौत हो गई है. गुर्दे और डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित डॉ. श्याम स्वरूप को तीन दिन पहले बुखार आया था. जिसके बाद पीजीआई में भर्ती होने से पहले उनकी कोविड-19 की जांच कराई गई. इसके बाद ऐशबाग स्थित आवास पर उनका निधन हो गया. डॉक्टर श्याम स्वरूप की मौत के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. हालांकि, इसके पहले परिवार ने कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार कर दिया है. शुक्रवार को उनके बेटे की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है.

उधर, डॉ श्याम स्वरूप वर्मा के अंतिम यात्रा में शामिल डॉक्टरों समेत अन्य लोगों की सूची बनाई जा रही है. डॉ वर्मा के निधन की खबर मिलने के बाद काफी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन शव यात्रा में शामिल लोगों कि कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है. जिससे कि कोरोना के संक्रमण को फैलने से समय रहते रोका जा सके.

डॉ. श्याम स्वरूप ने केजीएमयू से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी, जिसके बाद से प्रांतीय चिकित्सा सेवा में नौकरी की शुरुआत की. उन्होंने अपना काफी समय बलरामपुर अस्पताल में गुजारा है. वे बतौर न्यूरो सर्जन बलरामपुर अस्पताल में तैनात थे. उसके बाद अस्पताल में निदेशक की पद की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली. 1999 से 2001 तक वे अस्पताल के निदेशक के रूप में तैनात रहे. रिटायरमेंट के बाद 2003 से डॉ. श्याम स्वरूप यूपी रेड क्रॉस सोसाइटी से जुड़े रहे.

लखनऊ: जिले के बलरामपुर चिकित्सालय के पूर्व निदेशक डॉक्टर श्याम स्वरूप वर्मा की कोरोना से मौत हो गई है. गुर्दे और डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित डॉ. श्याम स्वरूप को तीन दिन पहले बुखार आया था. जिसके बाद पीजीआई में भर्ती होने से पहले उनकी कोविड-19 की जांच कराई गई. इसके बाद ऐशबाग स्थित आवास पर उनका निधन हो गया. डॉक्टर श्याम स्वरूप की मौत के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. हालांकि, इसके पहले परिवार ने कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार कर दिया है. शुक्रवार को उनके बेटे की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है.

उधर, डॉ श्याम स्वरूप वर्मा के अंतिम यात्रा में शामिल डॉक्टरों समेत अन्य लोगों की सूची बनाई जा रही है. डॉ वर्मा के निधन की खबर मिलने के बाद काफी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन शव यात्रा में शामिल लोगों कि कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है. जिससे कि कोरोना के संक्रमण को फैलने से समय रहते रोका जा सके.

डॉ. श्याम स्वरूप ने केजीएमयू से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी, जिसके बाद से प्रांतीय चिकित्सा सेवा में नौकरी की शुरुआत की. उन्होंने अपना काफी समय बलरामपुर अस्पताल में गुजारा है. वे बतौर न्यूरो सर्जन बलरामपुर अस्पताल में तैनात थे. उसके बाद अस्पताल में निदेशक की पद की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली. 1999 से 2001 तक वे अस्पताल के निदेशक के रूप में तैनात रहे. रिटायरमेंट के बाद 2003 से डॉ. श्याम स्वरूप यूपी रेड क्रॉस सोसाइटी से जुड़े रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.