लखनऊः राजधानी में बीते एक सप्ताह में 380 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. जिसके चलते तीन कोविड अस्पतालों में 50 फीसद तक मरीजों की संख्या बढ़ गई है. लोहिया, केजीएमयू और पीजीआई में तेजी से बढ़ती भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने लोकबंधु और राम सागर मिश्र को दोबारा कोविड अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. दोनों अस्पतालों को 48 घंटा के अंदर तैयारी करने के लिए निर्देशित किया गया है.
लोकबंधु व राम सागर बनेंगे एल-2
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि राजधानी में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए तैयारी तेज कर दी गई है. जिसके तहत लोकबंधु व राम सागर को दोबारा लेवल-2 कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है. जिसके तहत लोकबंधु में 100 और राम सागर में 100 बेड को तैयार करने के लिए कहा गया है. यानि अब लोहिया, केजीएमयू और पीजीआई के बाद दो और सरकारी अस्पताल कोविड अस्पताल बनेंगे.
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तीन निजी अस्पताल को किया अलर्ट
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने आगे बताया कि इसके अलावा तीन निजी अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इसमें मेदांता और चंदन और मेयो, जिनको नॉन-कोविड नहीं किया गया था. लेकिन, कोई मरीज भर्ती नहीं हो रहा था. ऐसे में इनको दोबारा मरीज भर्ती करने के लिए अलर्ट जारी करते हुए तैयार रहने के लिए कहा गया है. ताकि अगर कोई मरीज निजी अस्पताल में भर्ती होना चाहे तो उसे आसानी से किया जा सके.
सौ बेड को लेकर चल रही तैयारी
लोकबंधु अस्पताल की सीएमएस डॉ. अमिता यादव ने बताया कि फिलहाल एल-2 के लिए 100 बेड को लेकर तैयारी चल रही है. जिसमें 30 बेड आईसीयू के रहेंगे. अस्पताल में इस समय कुल 300 बेड है. जबकि इस समय करीब 150 मरीज भर्ती है. हालांकि अभी ओपीडी व आईपीडी को बंद करने के लिए निर्देश नहीं आया है. अगर आगे आता है, तो उसे भी चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा. फिलहाल पूरे अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड बनाने की तैयारी की दिशा में काम किया जा रहा है.
डेडिकेटेड कोविड का मिला ऑर्डर
दूसरी ओर बीकेटी स्थित राम सागर मिश्र अस्पताल को भी कोविड बनाने का ऑर्डर जारी कर दिया गया है. डॉ. रोहित सिंह ने बताया कि अस्पताल को पूरी तरह कोविड डेडिकेटेड बनाने के लिए आर्डर आया है. जिसके बाद सौ बेड का एल-2 बनाने की तैयारी तेज कर दी गई है. जिसमें 4 बेड आईसीयू वाले भी शामिल रहेंगे. हालांकि इसको अभी इंस्टाल किया जाना है. सोमवार से यहां पर ओपीडी व आईपीडी की सुविधा बंद हो जाएगी. यानि न तो मरीज देखे जाएंगे और न ही भर्ती होंगे. क्योंकि सभी पेशेंट को डिस्चार्ज करने के लिए कहा गया है. इस समय अस्पताल में 30-35 पेशेंट भर्ती है. जिनको उनकी हालत अनुसार डिस्चार्ज किया जाएगा. गंभीर मरीजों को रेफर किया जायेगा.
लोकबंधु व राम सागर बनेंगे एल-2
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि राजधानी में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए तैयारी तेज कर दी गई है. जिसके तहत लोकबंधु व राम सागर को दोबारा लेवल-2 कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है. जिसके तहत लोकबंधु में 100 और राम सागर में 100 बेड को तैयार करने के लिए कहा गया है. यानि अब लोहिया, केजीएमयू और पीजीआई के बाद दो और सरकारी अस्पताल कोविड अस्पताल बनेंगे.
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तीन निजी अस्पताल को किया अलर्ट
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने आगे बताया कि इसके अलावा तीन निजी अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इसमें मेदांता और चंदन और मेयो, जिनको नॉन-कोविड नहीं किया गया था. लेकिन, कोई मरीज भर्ती नहीं हो रहा था. ऐसे में इनको दोबारा मरीज भर्ती करने के लिए अलर्ट जारी करते हुए तैयार रहने के लिए कहा गया है. ताकि अगर कोई मरीज निजी अस्पताल में भर्ती होना चाहे तो उसे आसानी से किया जा सके.
सौ बेड को लेकर चल रही तैयारी
लोकबंधु अस्पताल की सीएमएस डॉ. अमिता यादव ने बताया कि फिलहाल एल-2 के लिए 100 बेड को लेकर तैयारी चल रही है. जिसमें 30 बेड आईसीयू के रहेंगे. अस्पताल में इस समय कुल 300 बेड है. जबकि इस समय करीब 150 मरीज भर्ती है. हालांकि अभी ओपीडी व आईपीडी को बंद करने के लिए निर्देश नहीं आया है. अगर आगे आता है, तो उसे भी चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा. फिलहाल पूरे अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड बनाने की तैयारी की दिशा में काम किया जा रहा है.
डेडिकेटेड कोविड का मिला आर्डर
दूसरी ओर बीकेटी स्थित राम सागर मिश्र अस्पताल को भी कोविड बनाने का आर्डर जारी कर दिया गया है. डॉ. रोहित सिंह ने बताया कि अस्पताल को पूरी तरह कोविड डेडिकेटेड बनाने के लिए आर्डर आया है. जिसके बाद सौ बेड का एल-2 बनाने कीतैयारी तेज कर दी गई है. जिसमें 4 बेड आईसीयू वाले भी शामिल रहेंगे. हालांकि इसको अभी इंस्टाल किया जाना है. सोमवार से यहां पर ओपीडी व आईपीडी की सुविधा बंद हो जाएगी. यानि न तो मरीज देखे जाएंगे और न ही भर्ती होंगे. क्योंकि सभी पेशेंट को डिस्चार्ज करने के लिए कहा गया है. इस समय अस्पताल में 30-35 पेशेंट भर्ती है. जिनको उनकी हालत अनुसार डिस्चार्ज किया जाएगा. गंभीर मरीजों को रेफर किया जायेगा.