लखनऊ: राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में फास्ट फूट दुकान संचालन पर पुलिस की ओर से अनलाॅक में लॉकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया. बीते रविवार को करीब रात 11 बजे ठाकुरगंज थाने अंतर्गत रिंग रोड चौकी इंचार्ज जगदीश कुमार पाण्डेय ने फास्ट फूड दुकान संचालक पर लाॅकडाउन का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया. मामले ने जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा, तो पुलिस ने लॉकडाउन की जगह अनलॉक की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. दारोगा ने तहरीर में लॉकडाउन का जिक्र किया था, लेकिन किरकिरी होने के बाद में लॉकडाउन की जगह अनलॉक कर दिया गया.
दारोगा जगदीश कुमार पांडेय की तहरीर के अनुसार वह हेड कांस्टेबिल रामदेव प्रजापति के साथ शासन व प्रशासन की ओर से कोविड-19 के संबंध में पारित लॉकडाउन के अनुपालन में 22 नवंबर की रात गश्त कर रहे थे. रात करीब 10.45 बजे बोरा फैक्ट्री न्यू हैदरगंज जब पहुंचे, तो वहां देखा कि अरुण वर्मा बिना सैनिटाइजर रखे फास्ट फूड की दुकान खोले थे. कुछ अज्ञात लोग दुकान से खरीदारी कर रहे थे, तो कुछ वहां खड़े होकर खा रहे थे.
जैसे ही पुलिस वालों को देखा तो सभी वहां से भाग निकले, जबकि शासन व प्रशासन का आदेश है कि रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा. अभियुक्त अरुण वर्मा द्वारा किया गया यह कृत्य धारा 188/269 भादवि व 3 महामारी अधिनियम का अपराध है. दारोगा जगदीश प्रसाद पांडेय के इस तहरीर पर थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने मुकदमा दर्ज कर लिया.
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज राजकुमार ने बताया रविवार करीब 11 बजे के आसपास रिंग रोड चौकी इंचार्ज जगदीश कुमार पाण्डेय चेकिंग पर निकले थे. तभी एक फास्ट फूड होटल के संचालक की दुकान पर बिना सैनिटाइजर के बिक्री चल रही थी और दुकान के बाहर कई अज्ञात लोग खड़े होकर खा रहे थे. दारोगा जगदीश पांडे ने दुकान के बाहर काफी भीड़ देखकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि शिकायत पत्र में गलती से अनलॉक की जगह लॉकडाउन लिख गया था, जिसे तत्काल सही कर दिया गया था.
अनलाॅक में लाॅकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज, जानें कहां
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस की ओर से अनलाॅक में लाॅकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करने का मामला सामने आया है. जब मामले ने तूल पकड़ा, तो पुलिस ने लॉकडाउन की जगह अनलॉक की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में फास्ट फूट दुकान संचालन पर पुलिस की ओर से अनलाॅक में लॉकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया. बीते रविवार को करीब रात 11 बजे ठाकुरगंज थाने अंतर्गत रिंग रोड चौकी इंचार्ज जगदीश कुमार पाण्डेय ने फास्ट फूड दुकान संचालक पर लाॅकडाउन का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया. मामले ने जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा, तो पुलिस ने लॉकडाउन की जगह अनलॉक की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. दारोगा ने तहरीर में लॉकडाउन का जिक्र किया था, लेकिन किरकिरी होने के बाद में लॉकडाउन की जगह अनलॉक कर दिया गया.
दारोगा जगदीश कुमार पांडेय की तहरीर के अनुसार वह हेड कांस्टेबिल रामदेव प्रजापति के साथ शासन व प्रशासन की ओर से कोविड-19 के संबंध में पारित लॉकडाउन के अनुपालन में 22 नवंबर की रात गश्त कर रहे थे. रात करीब 10.45 बजे बोरा फैक्ट्री न्यू हैदरगंज जब पहुंचे, तो वहां देखा कि अरुण वर्मा बिना सैनिटाइजर रखे फास्ट फूड की दुकान खोले थे. कुछ अज्ञात लोग दुकान से खरीदारी कर रहे थे, तो कुछ वहां खड़े होकर खा रहे थे.
जैसे ही पुलिस वालों को देखा तो सभी वहां से भाग निकले, जबकि शासन व प्रशासन का आदेश है कि रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा. अभियुक्त अरुण वर्मा द्वारा किया गया यह कृत्य धारा 188/269 भादवि व 3 महामारी अधिनियम का अपराध है. दारोगा जगदीश प्रसाद पांडेय के इस तहरीर पर थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने मुकदमा दर्ज कर लिया.
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज राजकुमार ने बताया रविवार करीब 11 बजे के आसपास रिंग रोड चौकी इंचार्ज जगदीश कुमार पाण्डेय चेकिंग पर निकले थे. तभी एक फास्ट फूड होटल के संचालक की दुकान पर बिना सैनिटाइजर के बिक्री चल रही थी और दुकान के बाहर कई अज्ञात लोग खड़े होकर खा रहे थे. दारोगा जगदीश पांडे ने दुकान के बाहर काफी भीड़ देखकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि शिकायत पत्र में गलती से अनलॉक की जगह लॉकडाउन लिख गया था, जिसे तत्काल सही कर दिया गया था.