लखनऊ: 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद भी राजधानी में लगातार लोग इसका उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं. कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है लेकिन इसके बावजूद भी लोग किसी न किसी बहाने से अपने घरों से निकलते दिख रहे हैं. ईटीवी भारत ने जब लॉकडाउन का रियलिटी चेक किया तो हकीकत बेपर्दा होती नजर आई.
ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में फेल दिखा लॉकडाउन
ईटीवी भारत की टीम ने लॉकडाउन के दौरान राजधानी के कई इलाकों का रियलिटी चेक किया. पीर पक्का मस्जिद (हॉटस्पॉट एरिया), बुद्धेश्वर चौराहा, काकोरी मोड़ समेत कई इलाकों का रियलिटी चेक किया. खिन्नी चौराहे के पास ई-रिक्शा चलते कई रिक्शा चालक नजर आए. वहीं बुद्धेश्वर चौराहे पर जहां लोगों का जमावड़ा लगा रहा तो बच्चे भी रोड पर खेलते दिखे. पाल तिराहा, हॉटस्पॉट समेत लगभग सभी जगह पुलिस मुस्तैद दिखी लेकिन लोग गलियों और किसी न किसी बहाने से सड़क पर आते-जाते नजर आए.
सुबह 9 से शाम 6 बजे तक है वाहनों पर प्रतिबंध
सुबह 9 से शाम 6 बजे तक किसी भी वाहन के चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं आवश्यक कार्य करने वालों को ही निकलने की सुविधा दी गई है लेकिन कुछ लोगों ने अपनी मजबूरी को बताया और कुछ तो मास्क के साथ हेलमेट भी नहीं लगाए थे.
वहीं रास्ते में जाते हुए बुजुर्ग व्यक्ति से जब ईटीवी भारत ने बात की तो उसने कहा मेरे सिर में दर्द हो रहा था इसलिए हेलमेट नहीं पहना. आप सही कह रहे हैं मुझसे गलती हुई है. वहीं राहगीर आयुष राजपूत से जब पूछा गया तो उसने कहा कि लॉकडाउन के बारे में जानते हैं, लेकिन हमारा मरीज भर्ती है इसलिए साथ में महिला को लेकर बैंक गए थे, मेरे पिता मेरा हेलमेट लेकर चले गए हैं, इसीलिए हमने नहीं लगाया.