लखनऊ: यूपी में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड के अंतर्गत आने वाली वक्फ संपत्तियां जर्जर अवस्था में पहुंच गई हैं. वक्फ बोर्ड अपने अधीन आने वाले भवनों के रखरखाव और अवैध कब्जेदारों से संपत्तियों को मुक्त कराने के लिए सूची तैयार कर रहा है. वक्फ बोर्ड ने प्रदेश भर से ऐसी जर्जर वक्फ इमारतों की सूची मुतावल्लियों से तलब की है. सूची उपलब्ध होने के बाद वक्फ बोर्ड और सेंट्रल वक्फ काउंसिल मिलकर जर्जर भवनों और संपत्तियों का विकास करेंगे.
प्रदेश में वक्फ बोर्ड के अधीन तमाम संपत्तियां दर्ज हैं, जिसकी देखरेख का काम शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड लंबे समय से करता आ रहा है. वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियां इन दिनों बदहाल स्थिति में है. वहीं कई संपत्तियों पर अवैध कब्जा भी है, तो वहीं कई भवन रखरखाव के अभाव में जर्जर होते जा रहे हैं. ऐसी संपत्तियों को चिन्हित कर उनके विकास के लिए वक्फ बोर्ड ने प्रदेश भर के मुतावल्लियों, वक्फ इंस्पेक्टरों और वक्फ के जिम्मेदारों से ब्यौरा मांग सूची तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है.
वक्फ काउंसिल संपत्तियों के विकास में करेगा मदद
यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सीईओ शोएब अहमद ने बताया कि इस समय सरकार का फोकस वक्फ संपत्तियों के विकास करने पर है. इसके लिए प्रदेश भर में, जहां संभावनाएं हैं. उनकी तलाश की जा रही है. सीईओ ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के मुतावल्लियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह इसकी सूची तैयार कराएं, जिसमें सेंट्रल वक्फ काउंसिल भी मदद करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि वक्फ इंस्पेक्टरों को भी इस संबंध में आदेश दिए गए हैं कि वह मौके पर जाकर वक्फ संपत्तियों का निरीक्षण करें. साथ ही जर्जर संपत्तियों का भी ब्यौरा तैयार करें, जिससे कि वक्फ काउंसिल को संपत्तियों के विकास के लिए रिपोर्ट भेजी जा सकें और उनका विकास किया जा सके.
कब्जा मुक्त कराने के लिए चलाया जाएगा अभियान
वक्फ बोर्ड अपनी संपत्तियों को कब्जा मुक्त कराने के लिए अभियान चलाएगा. वहीं वक्फ बोर्ड की कई ऐसी संपत्तियां हैं, जो जर्जर हालत में हैं और लोगों के लिए खतरा बनी हैं. इन्हीं सब को देखते हुए बोर्ड ने अपने भवनों को पुराने रंग रूप में लाने की तैयारी कर रहा है.