लखनऊ: यूपी में 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में एससी और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को आखिरकार राहत मिल ही गई. बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से करीब 6,800 चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई है. परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि पिछड़ा वर्ग के 5660, अनुसूचित जाति वर्ग के 1041 और विशेष आरक्षण दिव्यांग वर्ग के 99 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है. उन्होंने बताया कि काउंसलिंग और नियुक्ति पत्र वितरित का कार्यक्रम कुछ ही घंटों में जारी किया जाएगा.
यह अभ्यर्थी बीते करीब 8 महीने से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इनकी ओर से भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण के नियमों की अनदेखी किए जाने के आरोप लगाए गए थे. इनका आरोप था कि करीब 17,000 सीटों पर गड़बड़ी हुई है. हालांकि सरकार की तरफ से इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया गया. जिसके चलते लंबे समय से विरोध चल रहा था. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सरकार की तरफ से करीब 6,500 पदों पर भर्ती किए जाने की घोषणा की गई थी.
अभ्यर्थियों में है नाराजगी
भले ही सरकार आरक्षित वर्ग के लिए भर्ती निकालकर उन्हें चुनावी माहौल में मनाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन अभी भी अभिव्यक्ति सरकार से नाराज हैं. असल में सरकार की तरफ से 6,800 पदों पर एससी और ओबीसी अभ्यर्थियों की चयनित सूची जारी की गई है. जबकि, इन अभ्यर्थियों की तरफ से करीब 17,000 पदों पर भर्ती किए जाने की मांग उठाई गई थी. जिसको लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था.
सिर्फ एससी ओबीसी अभ्यर्थी ही नहीं बल्कि 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में आवेदन करने वाले सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी भी सरकार से काफी नाराज है. इनकी ओर से बीते करीब 9 महीने से भर्ती प्रक्रिया में 22,000 अतिरिक्त पद जोड़कर नियुक्तियां किए जाने की मांग उठाई जा रही है. आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की मांग को माने जाने के बाद इनमें और भी नाराजगी है.
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