लखनऊ: सीएए और एनआरसी के विरोध की आग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी काफी भड़की. एक ओर जहां प्रदर्शनकारियों ने राज्य संपत्ति को नुकसान पहुंचाया तो दूसरी ओर इन दिनों शहर में पर्यटन भी कम हो गया. दूर-दराज से आने वाने लोग हिंसक प्रदर्शन के डर से लखनऊ आने से बचते नजर आ रहे हैं. इसी के चलते पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली है.
नवाबों का शहर कहे जाने वाले लखनऊ में 19 दिसंबर को हुई हिंसा के बाद पर्यटन स्थल घूमने आने वालों का ग्राफ गिरा है. इमामबाड़े, रूमी गेट सहित कई अन्य पर्यटक स्थल का दीदार करने वालों ने हिंसा की डर के चलते अपनी बुकिंग तक कैंसिल करा ली है. साथ ही विदेश से लखनऊ आने वाले लोग पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर हालात के बारे में जानकारी ले रहे हैं. तांगे से लखनऊ की गलियों का भ्रमण कराने वाले अजीज बताते हैं कि हिंसा के बाद कुछ ही लोग आ रहे हैं, लेकिन पहले इनकी संख्या काफी अधिक हुआ करती थी.
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रिजिनल पर्यटन मंडल अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव से बात करने पर पता चला कि पहले के मुताबिक मौजूदा समय में पर्यटकों में करीब 60 प्रतिशत गिरावट हुई है. इसका कारण लखनऊ सहित प्रदेश में हुई हिंसा है. वहीं उन्होंने बताया कि इन कारणों के चलते विभाग की वेबसाइट पर ट्रैफिक कम है. वे लोग जो वेबसाइट देख रहे हैं, उनका बस एक ही सवाल है कि क्या अब स्थिति सामान्य है.