लखनऊ: राजधानी के बीकेटी खंड के अंतर्गत जीपीआरए केंद्र पर संविदा निविदा की समस्याओं के निस्तारण के लिए एक सभा का आयोजन किया गया. सभा का आयोजन वरिष्ठ उपाध्यक्ष लेसा (लखनऊ विद्युत सप्लाई प्रशासन) ईकाई की अध्यक्षता में किया गया. इस सभा में संविदा कर्मियों के काम का समय तय करने की बात कही गई. बैठक में कहा गया कि किसी कर्मचारी से 8 घंटे से ज्यादा काम कराया जाए तो उन अतिरिक्त घंटों का भी भुगतान होना चाहिए.
विद्युत आपूर्ति में होती है कठिनाई
लेसा महामंत्री सोहेल आबिद ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि प्रदेश सरकार तेलंगाना सरकार की भारतीय विद्युत उद्योग में कार्यरत लगभग 40,000 संविदा कर्मियों को नियमित करे, क्योंकि वर्तमान समय में प्रदेश में तीन करोड़ उपभोक्ता हैं, जिनके सापेक्ष मात्र 38 हजार कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं.
3 करोड़ उपभोक्ताओं को दे रहे बिजली
इसकी वजह से बेहतर विद्युत आपूर्ति में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. विद्युत उद्योग के संविदा कर्मी रात दिन काम करके व अपने प्राणों की आहुति देकर प्रदेश के तीन करोड़ उपभोक्ताओं की सेवा कर रहा है. सभा के दौरान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने सीएम योगी से मांग किया कि संविदा कर्मियों की मेहनत व कुर्बानी को देखते हुए प्रदेश हित में विद्युत उद्योग में कार्यरत 40 हजार संविदा कर्मियों को नियमित किया जाना चाहिए.
ये चुने गए पदाधिकारी
बैठक में प्रांतीय संगठन मंत्री अमिताभ सिन्हा, गुफरान वारसी, संजय यादव, माबुद अहमद व सैकड़ों संविदा कर्मी शामिल हुए. इस दौरान बीकेटी की खंडीय कमेटी का गठन किया गया, जिसमें सचिन पांडे को अध्यक्ष, बलराम गुप्ता, निश्चल चौधरी और राकेश यादव को उपाध्यक्ष व रंजीत शर्मा को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दीपक वर्मा को कार्यवाहक अध्यक्ष व विजय त्रिपाठी को मंत्री के लिए चुना गया.