लखनऊ : प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में सेक्टर जे, रेल नगर विस्तार कॉलोनी, कथा मैदान आशियाना लखनऊ में चल रहे अवध महोत्सव-2021 की सातवीं सांस्कृतिक संध्या में लावणी और घूमर नृत्य के साथ मैजिक व पपेट शो ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस अवसर पर प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और उपाध्यक्ष एनबी सिंह ने सातवीं सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस अवसर पर प्रिया पाल, पवन पाल, अनुराग शाह सहित तमाम दर्शक उपस्थित थे.
नृत्य की बिखरी मनोहरी छटा
संगीत से सजे कार्यक्रम का आरम्भ पूजा मिश्रा, पूर्णिमा मिश्रा और माही श्रीवास्तव ने 'चोरी चोरी छुप छुप शोर मचाये' गीत पर आकर्षक मराठी लावणी नृत्य की मनोहारी छटा बिखेरी. मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त पल्लवी श्रीवास्तव ने 'कजरारे कजरारे', मोहित खान ने 'संदेशे आते हैं', शैलवी ने 'मौला मेरे मौला', मानवी सक्सेना ने 'तुम आए तो' गीत को सुनाकर लोगों की तालियां अर्जित कीं.
दिल को जीत लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त स्मृति दत्ता के नृत्य निर्देशन में नरेन्द्र प्रताप सिंह ने कथक नृत्य शैली में शिव ताण्डव स्त्रोत की उत्कृष्ठ प्रस्तुति देते हुए कलाप्रेमी दर्शकों को भगवान शिव शंकर के शान्त व रौद्र रूप के दर्शन करवाए. भक्ति भावना से ओतप्रोत इस प्रस्तुति के उपरान्त वर्तिका सिंह और विथिका सिंह ने गुरु वंदना पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को गुरु के महत्व से अवगत कराया.
संगीत से सजे कार्यक्रम के अगले प्रसून में सुवर्णा गांगुली ने 'रुन झुन बाजे घुंघरा' पर मनमोहक राजस्थानी घूमर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. हृदय को हर्षातिरेक से भर देने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त साक्षी त्रिपाठी, लावण्या आहूजा, प्रिया रावत और अलंकृता सिंह ने 'ठुमरी काहे छेड़ छेड़ मोहे गरबा लगाये' पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोहा. इस प्रस्तुति के उपरान्त धनंजय मित्तल, कुमार सोनी, नितीश सूर्यवंशी ने 'कुन फाया कुन' पर आकर्षक सूफी नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की तालियां बटोरीं.
लघु कठपुतली नाटिका का हुआ मंचन
संगीत से सजे कार्यक्रम के अगले प्रसून में विशाल सिंह ने यूपी वाला, अमित कुमार ने नीचे फूलों की दुकान, दीपांकिता ने आ जा नच ले, सोमू श्रीवास्तव और खुशी खान ने डोला रे डोला गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. समारोह में मेराज आलम के निर्देशन में चन्द्र शेखर शुक्ल द्वारा लिखित मंचित लघु कठपुतली नाटिका 'साफ सुथरा' ने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ वायु और जल संचयन पर बल दिया. कठपुतली नाटिका में भाग लेने वाले कलाकार थे बलराम यादव, तनय मेराज, तान्या मेराज और संगीता.
अवध महोत्सव की सातवीं सांस्कृतिक संध्या में मैजिशियन पुनीत ने रूमाल से गुलाब के फूलों का गुलदस्ता, कागज के टुकड़ों से नोटों की माला और कांच की बोतल को हवा में गायब कर दर्शकों को रोमांचित करते हुए आश्चर्यचकित कर दिया. कार्यक्रम का संचालन सम्पूर्ण शुक्ला और अरविन्द सक्सेना ने किया.
कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन
सातवीं सांस्कृतिक संध्या में चारू काव्यांगना द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. डाॅ. शोभा दीक्षित के मुख्य आतिथ्य और विनोद कुमार द्विवेदी के संयोजन में हुए कवि सम्मेलन में ओम नीरव, कमल किशोर, चन्द्र देव दीक्षित, डाॅ. हरि फैजाबादी, श्रीश चन्द्र दीक्षित, कुंवर कुसुमेश, मंजुल मिश्र, विपिन मलिहाबादी, प्रतिभा गुप्ता, भारती पायल, सुभाष चन्द्र रसिया, योगी योगेश शुक्ल, शिवा शुक्ला, शिखा सिंह, खुशबू पाण्डेय और हर्ष पाण्डेय ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया.