लखनऊ : विकास दुबे की संपत्तियों की जांच करने के लिए शासन ने आईएएस संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी विभिन्न पहलुओं पर इस मामले की जांच कर रही है. वहीं तीन सदस्यीय एसआईटी की जांच में अभी तक विकास दुबे के नाम पर दिल्ली एनसीआर में किसी तरह की जमीन होने की पुष्टि नहीं हुई है. एसआईटी जांच में विकास दुबे के नाम पर पासपोर्ट भी नहीं मिला है. वहीं विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे व बेटे शांतनु दुबे के पास पासपोर्ट होने की पुष्टि हुई है.
जांचकर्ता अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार नोएडा विकास प्राधिकरण, गाजियाबाद सहित एनसीआर क्षेत्र में विकास दुबे के नाम पर जमीन की जांच की गई, जहां से विकास दुबे के नाम पर संपत्ति के होने की जानकारी नहीं मिली है. इसके साथ कानपुर व आसपास के जिलों में भी विकास दुबे के नाम पर जमीन की जानकारी इकट्ठा की गई है. इसके लिए एसडीएम व राजस्व अधिकारियों से भी एसआईटी ने दस्तावेज तलब किए थे. कानपुर में विकास दुबे के नाम पर कुछ जमीन ग्राम बिकरु व सेवली में जरूर मिली है. यह जमीन विकास दुबे व उसके भाई के नाम पर दर्ज है. इसके बारे में एसआईटी जानकारी जुटा रही है कि आखिर यह जमीन विकास दुबे के नाम पर कैसे है.
दूसरी तरफ एसआईटी ने अब तक कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों से पूछताछ की है. लगभग दो दर्जन पुलिस अधिकारी व कर्मचारी एसआईटी के रडार पर हैं, जिनसे पूछताछ की जानी है. एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि एसआईटी को विकास दुबे से जुड़े कई अधिकारी व कर्मचारियों के बारे में जानकारी मिली है, जिसके संदर्भ में सबूत जुटाए जा रहे हैं. कुछ अधिकारियों के खिलाफ सबूत मिले भी हैं, जिनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.