लखनऊः राजधानी के पीजीआई अस्पताल स्थित फार्मेसी के भीतर बैठे कर्मचारियों ने लाखों रुपये की दवायें गायब कर दी है. इनपर आरोप है कि इन्होंने डॉक्टरों के जाली हस्ताक्षर बनाकर मरीजों के नाम पर फार्मेसी की दवायें गायब करते रहे हैं. इसके साथ ही पीजीआई अस्पताल के प्रभारी इस आरोप पत्र को देते हुए मुकदमा दर्ज कराया है.
ये है पूरा मामला
बताया गया है कि इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को तब हुई जब स्टॉक चेकिंग के दौरान महंगी दवाओं के संबंधित दस्तावेज चेक किए गये. तभी अस्पताल प्रशासन को पता चला कि इसमें 12 से अधिक अस्पताल के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं. सुरक्षा अधिकारी ने 8 कर्मचारियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है. जिजपर पीजीआई कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी कर्मचारियों की तलाश शुरू कर दी है.
इस मामले पर इंस्पेक्टर पीजीआई आशीष कुमार द्विवेदी ने बताया कि संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रभारी सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार सक्सेना ने अस्पताल फार्मेसी से दवाओं के गलत तरीके से गायब करने के संबंध में फार्मेसी ओपीडी में काम कर रहे कर्मचारियों नृपेंद्र सिंह, मोहम्मद नसीम खान, पवन कुमार सिंह, आशुतोष कुमार यादव, अरविंद, विनीत शुक्ला, हरि तिवारी और अनिल यादव पर मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने बताया है इस मामले की जांच की जा रही है.