लखनऊ: देशव्यापी लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर मलिन बस्तियों में रहने वाले गरीब ग्रामीणों पर पड़ा है. रोज खाने कमाने वाले इन लोगों के लिए यह दिन बड़े दुखदायी हैं. इनके पास न तो राशन कार्ड है और न ही कोई सुविधा. इस वजह से इनके सामने खाने की समस्या आ रही है. ईटीवी भारत ने ऐसी ही एक मलिन बस्ती लवकुश नगर का जायजा लिया.
जानिये मलिन बस्तियों का हाल. 5-6 हज़ार की है आबादी-एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी इंदिरा नगर में बसी लवकुश नगर मलिन बस्ती की आबादी करीब 5 से 6 हजार की है. यहां दिहाड़ी मजदूर ही रहते हैं. लॉकडाउन का सीधा असर यहां रहने वालों पर पड़ रहा है.अब तक नहीं मिली मदद-ईटीवी भारत ने जब इन लोगों से बात की तो सज्जाद नाम के युवक ने बताया कि सभी लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं. सभी के काम-धंधे बंद हो चुके हैं. किसी को कोई सरकारी मदद भी नहीं मिल रही है. यहां के लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है जिससे कि वह सरकारी राशन वितरण की दुकान से राशन भी ले सकें. इस मलिन बस्ती के लोग एक दूसरे की मदद कर पेट भर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने अपना दुखड़ा बताते हुए कहा कि भूखे मरने वाले दिन आ गए हैं. कोई काम काज नहीं चल रहा है. राशन कार्ड न होने से समस्या और ज्यादा बढ़ गयी है. सरकारी दुकान से भी कोई सहायता नहीं मिल रही है. जहां काम करती थी वहां भी मना कर दिया गया है.
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