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किसान महापंचायत: ETV भारत से बोले राकेश टिकैत, सरकार से गले मिलकर ही जाएंगे - repeal of farmlaws

किसान नेता राकेश टिकैत के आवाहन पर राजधानी लखनऊ के इको गार्डन धरना स्थल पर पूरे प्रदेश से किसान पहुंच रहे हैं. कृषि कानूनों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कानून को वापस लेने की घोषणा के बाद राजधानी लखनऊ में होने वाली किसान महापंचायत कई मायनों में महत्वपूर्ण है. भारतीय किसान यूनियन के पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने हमको बुलाया था. मगर हमारी विदाई तो उनसे गले मिलकर ही होगी. गले मिलने का काम अभी बाकी है.

लखनऊ में आज किसानों की महापंचायत
लखनऊ में आज किसानों की महापंचायत
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Published : Nov 22, 2021, 9:56 AM IST

Updated : Nov 22, 2021, 1:41 PM IST

लखनऊ: किसान नेता राकेश टिकैत के आवाहन पर आज यानी सोमवार को किसान महापंचायत का आयोजन लखनऊ के इको गार्डन धरना स्थल पर किया गया है. महापंचायत को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. महापंचायत में भाग लेने के लिए सुबह से ही हजारों की संख्या में किसान प्रदेश के विभिन्न जिलों से राजधानी लखनऊ धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि अभी तो तीनों किसान बिल वापस हुए हैं, मगर आंदोलन समाप्त करने के लिए अभी बहुत सारे काम होने बाकी हैं.

राकेश टिकैत ने कहा कि इन कानूनों को वापस करने के लिए संसद में कार्यवाही होनी है. हमारे एमएसपी गारंटी कानून को लागू किया जाना है. उन्होंने कहा कि सरकार ने हमको बुलाया था. मगर हमारी विदाई तो उनसे गले मिलकर ही होगी. गले मिलने का काम अभी बाकी है. हम जब उनसे गले मिल लेंगे उसके बाद आंदोलन खत्म हो जाएगा.

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत
गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा एमएसपी गारंटी कानून को लेकर लखनऊ में महापंचायत कर रहा है. इस महापंचायत को संबोधित करने से पहले राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के अधिकांश नेताओं ने शिरकत की. इसके अलावा उत्तर प्रदेश व देश के अनेक हिस्सों से हजारों की संख्या में किसान लखनऊ से इको गार्डन में उमड़े हैं.


राकेश टिकैत ने कहा कि अभी भी 17 ऐसे कानून है जो की पाइप लाइन में हैं और किसान विरोधी हैं. उन पर भी बात होनी है. कुछ नए कानून बनाए जाने हैं. जिनके जरिए किसानों का भला होगा सरकार ने अभी तो एक शुरुआत की है. मगर अभी आंदोलन समाप्त होने से पहले बहुत सारे काम होने बाकी है. उन्होंने कहा कि 700 से अधिक किसानों की मौत आंदोलन के दौरान हुई है. इन किसानों के लिए मुआवजे और परिवार के लिये नौकरी की भी बात होनी है.

लखनऊ पहुंचे राकेश टिकैत



योगी सरकार के पास अभी भी समय
किसान आंदोलन के मंच से लगातार योगी सरकार के खिलाफ की जा रही बयान बाजी और चुनाव में हराने की अपीलों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि ये लोगों के मन की भावना हो सकती है. उनकी भावना को व्यक्त करने से कैसे रोका जा सकता है. योगी अगर चाहते हैं कि मंच से उनकी तारीफ हो तो वे किसानों को खुश कर दें. उनके पास अभी भी काफी समय है, वह समय से किसानों के लिए निर्णय ले लें.


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करने के बावजूद संयुक्त किसान मोर्चा धरना खत्म करने को तैयार नहीं है. किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक सरकार संसद में कानून को रद्द नहीं करती है और एमएसपी पर कानून तथा अन्य मांगों को नहीं मानती है, हम लोग धरने पर अनवरत बैठे रहेंगे. इसी कड़ी में आज राजधानी लखनऊ के आलमबाग स्थित इको गार्डन में किसान महापंचायत का ऐलान किया गया है.

जुटने लगी भीड़
जुटने लगी भीड़


यह भी पढ़ें- जेपी नड्डा आज गोरखपुर दौरे पर, बूथ अध्यक्षों को देंगे जीत का गुरुमंत्र

धरना स्थल पर सुबह से ही बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश से किसान पहुंच रहे. धरना स्थल पर पहुंचने वाले किसानों ने बताया कि जब तक सरकार पार्लियामेंट में बिल्कुल रद्द नहीं करती है और एमएसपी पर कानून नहीं बनाती है, साथ ही जो भी किसान शहीद हुए हैं उनके परिवारों को मुआवजा व शहीद का दर्जा तथा एक सदस्य को नौकरी नहीं दी जाती है तब तक हम लोगों का धरना अनवरत चलता रहेगा.

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लखनऊ: किसान नेता राकेश टिकैत के आवाहन पर आज यानी सोमवार को किसान महापंचायत का आयोजन लखनऊ के इको गार्डन धरना स्थल पर किया गया है. महापंचायत को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. महापंचायत में भाग लेने के लिए सुबह से ही हजारों की संख्या में किसान प्रदेश के विभिन्न जिलों से राजधानी लखनऊ धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि अभी तो तीनों किसान बिल वापस हुए हैं, मगर आंदोलन समाप्त करने के लिए अभी बहुत सारे काम होने बाकी हैं.

राकेश टिकैत ने कहा कि इन कानूनों को वापस करने के लिए संसद में कार्यवाही होनी है. हमारे एमएसपी गारंटी कानून को लागू किया जाना है. उन्होंने कहा कि सरकार ने हमको बुलाया था. मगर हमारी विदाई तो उनसे गले मिलकर ही होगी. गले मिलने का काम अभी बाकी है. हम जब उनसे गले मिल लेंगे उसके बाद आंदोलन खत्म हो जाएगा.

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत
गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा एमएसपी गारंटी कानून को लेकर लखनऊ में महापंचायत कर रहा है. इस महापंचायत को संबोधित करने से पहले राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के अधिकांश नेताओं ने शिरकत की. इसके अलावा उत्तर प्रदेश व देश के अनेक हिस्सों से हजारों की संख्या में किसान लखनऊ से इको गार्डन में उमड़े हैं.


राकेश टिकैत ने कहा कि अभी भी 17 ऐसे कानून है जो की पाइप लाइन में हैं और किसान विरोधी हैं. उन पर भी बात होनी है. कुछ नए कानून बनाए जाने हैं. जिनके जरिए किसानों का भला होगा सरकार ने अभी तो एक शुरुआत की है. मगर अभी आंदोलन समाप्त होने से पहले बहुत सारे काम होने बाकी है. उन्होंने कहा कि 700 से अधिक किसानों की मौत आंदोलन के दौरान हुई है. इन किसानों के लिए मुआवजे और परिवार के लिये नौकरी की भी बात होनी है.

लखनऊ पहुंचे राकेश टिकैत



योगी सरकार के पास अभी भी समय
किसान आंदोलन के मंच से लगातार योगी सरकार के खिलाफ की जा रही बयान बाजी और चुनाव में हराने की अपीलों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि ये लोगों के मन की भावना हो सकती है. उनकी भावना को व्यक्त करने से कैसे रोका जा सकता है. योगी अगर चाहते हैं कि मंच से उनकी तारीफ हो तो वे किसानों को खुश कर दें. उनके पास अभी भी काफी समय है, वह समय से किसानों के लिए निर्णय ले लें.


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करने के बावजूद संयुक्त किसान मोर्चा धरना खत्म करने को तैयार नहीं है. किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक सरकार संसद में कानून को रद्द नहीं करती है और एमएसपी पर कानून तथा अन्य मांगों को नहीं मानती है, हम लोग धरने पर अनवरत बैठे रहेंगे. इसी कड़ी में आज राजधानी लखनऊ के आलमबाग स्थित इको गार्डन में किसान महापंचायत का ऐलान किया गया है.

जुटने लगी भीड़
जुटने लगी भीड़


यह भी पढ़ें- जेपी नड्डा आज गोरखपुर दौरे पर, बूथ अध्यक्षों को देंगे जीत का गुरुमंत्र

धरना स्थल पर सुबह से ही बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश से किसान पहुंच रहे. धरना स्थल पर पहुंचने वाले किसानों ने बताया कि जब तक सरकार पार्लियामेंट में बिल्कुल रद्द नहीं करती है और एमएसपी पर कानून नहीं बनाती है, साथ ही जो भी किसान शहीद हुए हैं उनके परिवारों को मुआवजा व शहीद का दर्जा तथा एक सदस्य को नौकरी नहीं दी जाती है तब तक हम लोगों का धरना अनवरत चलता रहेगा.

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Last Updated : Nov 22, 2021, 1:41 PM IST
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