झज्जर: जिस देश में किन्नर होना अभिशाप माना जाता है. उस देश में किन्नरों का सामाजिक तौर पर बहिष्कार कर दिया जाता है. उसी देश की एक किन्नर ने मिसाल पेश की है. झज्जर की रहने वाली लाली ने अपनी उम्र भर की कमाई एक नेक काम में लगाई है. दरअसल लाली ने भिडावास की रहने वाली रेनु की शादी का न सिर्फ खर्च उठाया, बल्कि उसका कन्यादान भी किया.
सिर्फ अकेली रेनु नहीं है, जिसकी शादी लाली ने अपने पैसों से कराई है. अभी तक न जाने कितनी गरीब लड़कियों की शादी का खर्चा लाली उठा चुकी है. वाकई लाली सभी के लिए एक मिसाल बन गई है. लाली के नेक कामों की चर्चा आज हर जगह हो रही है.
किन्नर लाली ने बताया कि जब वो गांव में बधाई मांगने गई थी, उस दौरान रेनु ने उसे मां बोल दिया था. उसी दिन लाली ने रेनु को धर्म की बेटी बना लिया था. अब रेनु के विवाह में 5100 रुपये, 5 गहने, फर्नीचर और कपड़े दिए हैं. लाली किन्नर का कहना है कि जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए सभी लोग आगे आएं तो किसी प्रकार की समस्या नहीं रहेगी.