लखनऊ: प्रदेश की राजधानी के केजीएमयू के दंत संकाय के ठीक पीछे बने वाल्मीकि मंदिर जमींदोज हो जाने के विवाद के बाद केजीएमयू प्रशासन ने महर्षि वाल्मीकि मंदिर के निर्माण की हामी भरी है. मंदिर निर्माण का काम शुरू हो गया है. दरअसल बीते दिनों केजीएमयू के दंत संकाय भवन के पीछे केजीएमयू की पार्किंग निर्माण के दौरान अराजक तत्वों ने मंदिर की एक दीवार तोड़ दी थी जिससे मूर्ति भी क्षतिग्रस्त भी हो गई थी.
नई प्रतिमा लगवाने का दिया आश्वासन
दरअसल बीते दिनों केजीएमयू के दंत संकाय भवन के पीछे केजीएमयू की पार्किंग का निर्माण काम चल रहा था. इस दौरान अराजक तत्वों ने मंदिर की एक दीवार तोड़ दी थी. जिसमें मूर्ति भी क्षतिग्रस्त हो गई थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्यों ने केजीएमयू के कुलपति डॉ एमएलबी भट्ट से भेंट की. उसके बाद कुलपति ने महर्षि वाल्मीकि मंदिर की नई प्रतिमा लगवाने का आश्वासन दिया है. उनके मुताबिक जल्द ही 13 अक्टूबर वाल्मीकि जयंती से पहले मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा. इसके लिए राजस्थान से प्रतिमा मंगवा कर लगवाई जाएगी.
वहीं इस पूरे मामले में जब चौक पुलिस मौके का मुआयना करने पहुंची तो मंदिर से प्रतिमा गायब थी. पुलिस ने ठेकेदार के घर और दूसरे ठिकानों पर दबिश दी. फिलहाल ठेकेदार फरार है. केजीएमयू के प्रवक्ता के मुताबिक इस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस भी लगातार अपनी पड़ताल में लगी हुई है. वहीं मूर्ति लग जाने के आश्वासन के बाद वाल्मीकि समाज से भी इस पूरे मामले को लेकर शांति बनाने रखने का अपील की गई है.