लखनऊ : शिया धर्म गुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिबतैन नूरी ने मंगलवार को अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से सरकारी आवास पर मुलाकात की. कल्बे सिबतैन नूरी ने बताया कि 'यह मुलाकात एक मजबूत समाज को बनाने में सब की भागेदारी पर थी. इस मुलाकात में हमारे साथियों ने समाज की बेहतरी के लिए चर्चा की. इसके अलावा कुछ समस्याओं को लेकर रक्षामंत्री से बातचीत की गई.'
कल्बे नूरी ने कहा कि 'जरदोजी कारीगरों का कार्य खत्म होता जा रहा है और जरदोजी कारीगरों के आर्थिक हालात बहुत खराब हैं, उनके उत्थान के लिये सरकार कुछ करे. मुस्लिम समुदाय की लड़कियों के लिये काॅलेज खोलने के लिये जमीन दी जाये. रक्षामंत्री ने इन समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया. राजनाथ सिंह ने स्वर्गीय पद्म भूषण डा. कल्बे सादिक के व्यक्तित्व पर प्रोग्राम करने की अपनी इच्छा जताई और कहा कि मैं डा. कल्बे सादिक़ के व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित हूं. कल्बे नूरी ने इस पर पूरा सहयोग देने की बात कही. डा. कल्बे सिब्तैन नूरी साहब ने छात्राओं की शिक्षा के संबंध में अपने विचार रखे.
इस दौरान मुज्तबा हुसैन ने लखनऊ की धरोहरों को संरक्षित रखने और क़ब्ज़ा मुक्त करने और सुंदरीकरण कराने में चर्चा की. रिज़वान अली दानिश ने अपनी एक नज़म सुनाई, जिसे सुनकर रक्षामंत्री ने शाबाशी दी. कल्बे नूरी ने रक्षामंत्री को कल्बे सादिक कि एक किताब देते हुए कहा कि 'हमें अपने देश को आगे बढ़ाने के लिये अपनी हर कोशिश करना चाहिए, क्योंकि एक मजबूत देश ही मज़बूत समाज और मजबूत नागरिक बनाता है. हम चाहते हैं कि हम सब भारतीय धर्म जाति से ऊपर उठकर देशहित में कम करें.' प्रतिनिधिमंडल में अंबर फाउंडेशन के चेयरमैन वफा अब्बास शरफ ज़ैदी, कामिल रिज़वी, ज़मानत अली, अरशद नगरामी, नुज़ार नक़वी एडवोकेट और समाज सेवी एवं शायर रिज़वान अली दानिश प्रमुख रूप से शामिल रहे.