लखनऊ: कृषि कानून के विरोध को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के तहत शनिवार को देश के सभी टोल प्लाजा को फ्री कराने के ऐलान के बाद पुलिस-प्रशासन के साथ ही खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है. किसानों द्वारा आंदोलन करने की मिली गोपनीय सूचना के बाद शनिवार को काकोरी टोल प्लाजा पुलिस छावनी में बदल गया. यहां कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ पीएसी बल तैनात की गई है.
दोपहर तक नहीं पहुंचे किसान
हालांकि दोपहर तक किसान टोल प्लाजा पर नहीं पहुंचे हैं. खुफिया तंत्र को शनिवार को क्षेत्रीय किसानों के टोल प्लाजा पर पहुंचकर आंदोलन की खबर मिली थी. इसको लेकर सुबह करीब 8 बजे से ही स्थानीय थाने के साथ ही पास की पारा और आस पास थाने की पुलिस और पीएसी बल को तैनात किया गया है. काकोरी टोल पर एसीपी अर्चना सिंह, काकोरी इंस्पेक्टर प्रमेन्द्र कुमार सिंह सहित भारी पुलिस फोर्स ने आकर डेरा जमा लिया. टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर राहगीरों और वाहन चालकों में कौतूहल बना रहा. क्षेत्र के लोगों में भी पुलिस की मौजूदगी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं.
कानून व्यवस्था भंग करने वालों पर होगी कार्रवाई
एसीपी काकोरी ने बताया कि खुफिया जानकारी के अनुसार किसान टोल प्लाजा पर अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आकर आंदोलन कर सकते हैं. इसी इनपुट के आधार पर यहां एहतियातन पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन की आड़ में किसी को कानून व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं होगी. उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.