लखनऊ : इनकम टैक्स विभाग के लखनऊ दफ्तर में इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी के लिये इंटरव्यू लिए जा रहे थे. इंटरव्यू क्रैक करने वाले अभ्यर्थियों से 10 लाख घूस लेकर नियुक्ति पत्र भी बांटे जा रहे थे. जब इस बात की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को हुई तो पता चला कि यहां तो फर्जीवाड़ा चल रहा था. मौके से फर्जीवाड़े की मास्टरमाइंड एक महिला को पकड़ा गया है. महिला ने आवेदन करने वालों से 10-10 लाख रुपये वसूले थे. इस फर्जीवाड़े में विभाग के दो अधिकारी भी साथ दे रहे थे, हालांकि उनके नामों का अभी खुलासा नहीं हुआ है. महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक, मंगलवार को विभाग के कुछ कर्मचारियों ने कैंटीन में फर्जी तरीके से इंटरव्यू होने की सूचना दी, जिस पर अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद से एक महिला को पकड़ा गया. पकड़ी गई महिला का नाम प्रियंका मिश्रा है. उसके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र, आयकर विभाग की मुहर व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं. वहीं प्रत्यक्षकर भवन परिसर से सात युवक-युवतियों को भी पकड़ा गया, जिन्होंने बताया कि सभी को आयकर निरीक्षक पद के इंटरव्यू के बाद नियुक्ति पत्र देने के लिए बुलाया था. सभी ने इसके लिए प्रियंका मिश्रा को 10-10 लाख रुपए दिए थे.
दरअसल, मंगलवार को इनकम टैक्स मुख्यालय के प्रत्यक्ष कर की बिल्डिंग की कैंटीन में दोपहर को अचानक कई युवक-युवतियों की भीड़ जुटने लग गई. संदेह होने पर विभाग के आईटी सेल के कुछ कर्मचारियों व अधिकारियों ने युवकों से पूछताछ की, तो सामने आया कि कैंटीन में इंटरव्यू चल रहा है. आईटी सेल के अधिकारियों का संदेह और गहरा गया. इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई. उच्चाधिकारियों के पहुंचते ही कैंटीन में फर्जीवाड़ा करने वाले एक मास्टरमाइंड के साथ विभाग के दो इनकम टैक्स अफसर भी मिले, जो मौका देखकर वहां से निकल गए. वहीं इंस्पेक्टर हजरतगंज अखिलेश कुमार मिश्रा के मुताबिक, इस संबंध में कोई तहरीर नहीं मिली है. तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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