लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन में बैठक कर अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या में तेजी से हो रही गिरावट पर संतोष व्यक्त करते हुए कोविड-19 से बचाव और उपचार की प्रभावी व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि संक्रमण की दर में भारी कमी के बावजूद कोरोना का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सतर्कता बरतना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य सुचारु ढंग से चल रहा है. उन्होंने टीकाकरण की इस प्रक्रिया को आगे भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स और क्रम के अनुरूप संचालित किये जाने के निर्देश दिए.
'15 फरवरी से वैक्सीन की दूसरी डोज'
लोक भवन में हो रही बैठक में अवगत कराया गया कि गुरुवार को कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज 15 फरवरी से दिया जाना शुरू किया जाएगा. प्रथम चरण में जिन हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीनेशन नहीं कराया है, ऐसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के लिए अवसर दिया जाएगा.
ई-संजीवनी एप से सलाह लेने में यूपी अव्वल
मुख्यमंत्री ने ई-संजीवनी एप के माध्यम से देश में सर्वाधिक ऑनलाइन मेडिकल कंसल्टेशन प्रदान किये जाने पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने इस सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को इसके माध्यम से ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. प्रदेश में ई-संजीवनी एप के माध्यम से अब तक पांच लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन चिकित्सीय सलाह प्राप्त की है जो कि देश में सर्वाधिक है.
'अस्पतालों में अन्य उपचार व्यवस्थाएं संचालित हों'
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि सभी चिकित्सा संस्थान अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. जनरल ओपीडी, सर्जरी समेत उपचार की अन्य व्यवस्थाओं को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए. रोगियों को चिकित्सा सम्बन्धी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीजों को उपचार कराने में कोई असुविधा न हो.
'व्यवस्थित ढंग से हो जेई (Japanese encephalitis) टीकाकरण'
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 21 फरवरी से जेई वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. टीकाकरण के साथ-साथ बेहतर चिकित्सा व्यवस्था, शुद्ध पेयजल आपूर्ति तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण से वर्तमान में इंसेफलाइटिस से होने वाली मृत्यु दर में गिरावट आयी है. सफलता की इस दर को आगे भी बनाए रखने में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने जेई वैक्सीनेशन का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, एसीएस सूचना नवनीत सहगल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
UP में 21 फरवरी से जेई वैक्सीनेशन, सीएम ने तैयारी के दिये निर्देश
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में समीक्षा बैठक के दौरान कई दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने जेई (Japanese encephalitis) वैक्सीनेशन का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश द्वारा ई-संजीवनी एप के माध्यम से देश में सर्वाधिक ऑनलाइन कंसल्टेशन प्रदान किये जाने पर संतोष व्यक्त किया.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन में बैठक कर अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या में तेजी से हो रही गिरावट पर संतोष व्यक्त करते हुए कोविड-19 से बचाव और उपचार की प्रभावी व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि संक्रमण की दर में भारी कमी के बावजूद कोरोना का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सतर्कता बरतना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य सुचारु ढंग से चल रहा है. उन्होंने टीकाकरण की इस प्रक्रिया को आगे भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स और क्रम के अनुरूप संचालित किये जाने के निर्देश दिए.
'15 फरवरी से वैक्सीन की दूसरी डोज'
लोक भवन में हो रही बैठक में अवगत कराया गया कि गुरुवार को कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज 15 फरवरी से दिया जाना शुरू किया जाएगा. प्रथम चरण में जिन हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीनेशन नहीं कराया है, ऐसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के लिए अवसर दिया जाएगा.
ई-संजीवनी एप से सलाह लेने में यूपी अव्वल
मुख्यमंत्री ने ई-संजीवनी एप के माध्यम से देश में सर्वाधिक ऑनलाइन मेडिकल कंसल्टेशन प्रदान किये जाने पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने इस सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को इसके माध्यम से ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. प्रदेश में ई-संजीवनी एप के माध्यम से अब तक पांच लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन चिकित्सीय सलाह प्राप्त की है जो कि देश में सर्वाधिक है.
'अस्पतालों में अन्य उपचार व्यवस्थाएं संचालित हों'
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि सभी चिकित्सा संस्थान अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. जनरल ओपीडी, सर्जरी समेत उपचार की अन्य व्यवस्थाओं को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए. रोगियों को चिकित्सा सम्बन्धी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीजों को उपचार कराने में कोई असुविधा न हो.
'व्यवस्थित ढंग से हो जेई (Japanese encephalitis) टीकाकरण'
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 21 फरवरी से जेई वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. टीकाकरण के साथ-साथ बेहतर चिकित्सा व्यवस्था, शुद्ध पेयजल आपूर्ति तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण से वर्तमान में इंसेफलाइटिस से होने वाली मृत्यु दर में गिरावट आयी है. सफलता की इस दर को आगे भी बनाए रखने में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने जेई वैक्सीनेशन का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, एसीएस सूचना नवनीत सहगल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.