लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की दूसरी लहर में जहां संक्रमित मरीजों की बड़ी संख्या देखी जा रही है, वहीं मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए भी काफी कठिनाइयां पेश आ रही हैं. एक तरफ श्मशान घाट पर लकड़ियां कम पड़ रही हैं तो दूसरी तरफ कब्रिस्तान में भी जगह कम होती जा रही है. ऐसे में मुस्लिम धर्म के मृतकों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन जारी की गई, जिससे उन्हें यह बताया जा सके कि कैसे दुश्वारियों के बीच भी शरीयत के तहत सुपुर्दे-खाक किया जा सकता है.
तदफीन को लेकर उठे थे सवाल
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद फरंगी महली ने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों के मन में कोरोना महामारी से मरने वाले लोगों की तदफीन (दफनाने) को लेकर सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसी के चलते इस्लामिक सेंटर ने एक विशेष हेल्पलाइन का आगाज किया है, जिससे लोगों को मदद मिल सकें और मृतक को शरीयत के तहत सुपुर्दे-खाक किया जा सके. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की इस हेल्पलाइन का नाम कोविड तदफीन हेल्पलाइन है. इसमें फोन के जरिए लोग उलमा से अपने मन में उठ रहे सवाल के जवाब शरीयत की रोशनी में जान सकते हैं.
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फोन से मिलेंगे तदफीन से जुड़े सभी जवाब
राजधानी लखनऊ के इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया से जारी होने वाली इस हेल्पलाइन के 5 फोन नंबर सार्वजनिक किए गए हैं. यह नंबर हैं 9415023970, 6392207341, 914078909, 9389506242, 7355097779. इन पांचों नंबर पर लोग देश में कहीं से भी फोन करके उलमा से सीधे बात कर सकते हैं और कोरोना से मरने वालों को सुपुर्दे खाक करने में बिना किसी दुश्वारी के उनकी तदफीन पूरी कर सकतें हैं.