लखनऊ : डीजीपी के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार को डीजी जेल के पद से हटा दिया गया है. सरकार ने डीजी पाॅवर कॉरपोरेशन एसएन साबत को डीजी कारागार बनाया है. प्रशांत कुमार को स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था के साथ डीजी ईओडब्ल्यू का भी अतरिक्त प्रभार दिया गया है. इससे पहले शुक्रवार को सरकार ने डीएस चौहान के रिटायरमेंट होने के बाद डीजी भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया है. इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई फेरबदल किए हैं. एडीजी अपराध मनमोहन कुमार बशाल को स्पेशल डीजी पाॅवर कॉरपोरेशन बनाया है. डीजी सीबीसीआईडी विजय कुमार को विजलेंस विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है.
यूपी के डीजीपी पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार माने जाने वाले डीजी जेल आनंद कुमार को सीएम योगी ने उनके पद से हटा कर सहकारिता प्रकोष्ठ भेज दिया है. माना जा रहा है कि सीएम ने यह फैसला जेलों की बदहाल व्यवस्था को देखते हुए लिया है. जेलों की सुरक्षा पर तब सवाल उठे थे जब हाल ही में चित्रकूट जेल में बंद मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी जेल में अय्याशी करने को साथ ही अवैध रूप से पत्नी निकहत बानो से मुलाकात कराई जा रही थी. खास बात यह रही कि मुलाकातें खुद जेल कर्मी करवा रहे थे. इसके अलावा उमेश पाल हत्याकांड की जांच के दौरान जांच में सामने आया था कि बरेली जेल में बंद अशरफ अंसारी से हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर जेल अधिकारियों की मिलीभगत से मुल्कात कर रहे थे. यही नहीं उमेश पाल को हत्या करने की साजिश भी बरेली जेल में ही रची गई थी. इसके बाद से ही यूपी की जेलों को सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे. हाल ही में योगी सरकार ने आनंद कुमार से महानिदेशक कारागार का अतिरिक्त चार्ज वापस लेते हुए प्रमुख सचिव को सौंप दिया था.
बता दें, शुक्रवार को योगी सरकार ने डीएस चौहान के रिटायरमेंट होने के बाद डीजी भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया है. विश्वकर्मा अगले दो माह कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर काम करेंगे. इससे पहले माना जा रहा था कि यदि योगी सरकार यूपीएससी को डीजीपी के लिए पैनल भेजता है तो पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल, डीजी जेल आनंद कुमार औरदीजी सीबीसीआईडी विजय कुमार डीजीपी के लिए नाम तय होंगे, जिसमें आनंद कुमार प्रबल दावेदार थे.
जेलों में माफिया की अवैध मुलाकातों के चलते हटाए गए डीजी जेल आनंद कुमार, चार अन्य का भी तबादला - एसएन साबत बने डीजी कारागार
डीजी भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को यूपी का कार्यवाहक डीजीपी बनाने के बाद योगी सरकार ने यूपी पुलिस में बड़ा बदलाव किया है. जेलों की बदहाल व्यवस्था से नाराज चल रहे सीएम योगी ने डीजी जेल आनंद कुमार को भी हटा दिया है. आनंद कुमार डीजीपी की रेस में अहम माने जा रहे थे.
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लखनऊ : डीजीपी के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार को डीजी जेल के पद से हटा दिया गया है. सरकार ने डीजी पाॅवर कॉरपोरेशन एसएन साबत को डीजी कारागार बनाया है. प्रशांत कुमार को स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था के साथ डीजी ईओडब्ल्यू का भी अतरिक्त प्रभार दिया गया है. इससे पहले शुक्रवार को सरकार ने डीएस चौहान के रिटायरमेंट होने के बाद डीजी भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया है. इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई फेरबदल किए हैं. एडीजी अपराध मनमोहन कुमार बशाल को स्पेशल डीजी पाॅवर कॉरपोरेशन बनाया है. डीजी सीबीसीआईडी विजय कुमार को विजलेंस विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है.
यूपी के डीजीपी पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार माने जाने वाले डीजी जेल आनंद कुमार को सीएम योगी ने उनके पद से हटा कर सहकारिता प्रकोष्ठ भेज दिया है. माना जा रहा है कि सीएम ने यह फैसला जेलों की बदहाल व्यवस्था को देखते हुए लिया है. जेलों की सुरक्षा पर तब सवाल उठे थे जब हाल ही में चित्रकूट जेल में बंद मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी जेल में अय्याशी करने को साथ ही अवैध रूप से पत्नी निकहत बानो से मुलाकात कराई जा रही थी. खास बात यह रही कि मुलाकातें खुद जेल कर्मी करवा रहे थे. इसके अलावा उमेश पाल हत्याकांड की जांच के दौरान जांच में सामने आया था कि बरेली जेल में बंद अशरफ अंसारी से हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर जेल अधिकारियों की मिलीभगत से मुल्कात कर रहे थे. यही नहीं उमेश पाल को हत्या करने की साजिश भी बरेली जेल में ही रची गई थी. इसके बाद से ही यूपी की जेलों को सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे. हाल ही में योगी सरकार ने आनंद कुमार से महानिदेशक कारागार का अतिरिक्त चार्ज वापस लेते हुए प्रमुख सचिव को सौंप दिया था.
बता दें, शुक्रवार को योगी सरकार ने डीएस चौहान के रिटायरमेंट होने के बाद डीजी भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया है. विश्वकर्मा अगले दो माह कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर काम करेंगे. इससे पहले माना जा रहा था कि यदि योगी सरकार यूपीएससी को डीजीपी के लिए पैनल भेजता है तो पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल, डीजी जेल आनंद कुमार औरदीजी सीबीसीआईडी विजय कुमार डीजीपी के लिए नाम तय होंगे, जिसमें आनंद कुमार प्रबल दावेदार थे.